भारी वाहनों के छोड़े जाने से रुड़की जाम
जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर में गुरुवार शाम सात बजे से ही भारी वाहनों का राजमार्ग पर
जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर में गुरुवार शाम सात बजे से ही भारी वाहनों का राजमार्ग पर आवागमन शुरू कर दिया गया। बड़े-बड़े ट्रक, गन्ने से भरी ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियों के आने से दिल्ली-देहरादून मार्ग पर जाम लग गया। शादियों का सीजन होने के कारण लोगों को वे¨डग प्वाइंट तक पहुंचने के लिए कई-कई किमी तक पैदल चलना पड़ा। कई जगह एक दूसरे से आगे निकलने की होड में गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसकी वजह से मारपीट तक की नौबत आ गई। मध्य रात्रि के बाद ही राजमार्ग पर यातायात सुचारू हो पाया।
गुरुवार शाम से ही रुड़की शहर में जाम लगना शुरू हो गया। शहर के अंदर से लेकर राजमार्ग पर जाम लगना शुरू हो गया। शाम सात बजे तक तो जैसे-तैसे ट्रैफिक चलता रहा। इसी बीच सिडकुल, हरिद्वार की ओर से बड़े-बड़े ट्रकों को जाने की इजाजत दे दी गई। जैसे ही यह ट्रक रुड़की से पहले बेलड़ा के समीप पहुंचना शुरू हो गए तो रुड़की शहर में जाम लग गया। इसी बीच विभिन्न खरीद केंद्रों से गन्ने से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां भी आना शुरू हो गई। ओवरलोडड इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की वजह से रुड़की से लेकर सेना चौराहे तक जाम लग गया। हरिद्वार रोड पर तीन वे¨डग प्वाइंट में कई वीआइपी और सत्ताधारी पार्टी के नेता भी आए। जाम की वजह से लोगों को कई-कई किमी पैदल चलकर जाना पड़ा। वहीं कैनाल रोड पर भी ट्रकों के आ जाने से गंगनहर की दोनों पटरियों पर जाम लग गया। जाम की वजह से लोग जहां-तहां जाम में फंस। पुलिस कंट्रोल रूम से मदद मांगी गई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद जाम को खुलवाया।
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रात्रि नौ बजे के बाद छोड़े जाने का है नियम
रुड़की: दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर भारी वाहनों को छोड़े जाने का नियम रात्रि नौ बजे के बाद है। यातायात उप निरीक्षक योगेश सक्सेना ने बताया कि रात्रि नौ बजे से लेकर सुबह के नौ बजे तक भारी ट्रैफिक चलेगा। इसके बाद दिनभर या शाम को कोई वाहन नहीं आएगा। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि गुरुवार को शाम होते ही क्यों भारी वाहनों को छोड़ दिया गया।