निश्चित समय से पहले ही करनी पड़ी गंगा आरती, जानिये क्यों बना यह योग
हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर शाम को होने वाली गंगा आरती को आज दोपहर में ही कर दिया गया। चंद्रग्रहण और सूतक लगने के कारण गंगा सभा ने आरती को निश्चित समय से पहले किया।
हरिद्वार, [जेएनएन]: हरिद्वार के हरकी पैड़ी में शाम को होने वाली गंगा आरती आज दोपहर में ही कर दी गर्इ। क्योंकि सूतक काल में गंगा आरती नहीं की जाती है। आरती के बाद सूतक काल शुरू होते ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए।
हरिद्वार में आज गंगा आरती निश्चित समय से पहले ही कर दी गर्इ। चंद्रग्रहण लगने से पहले दोपहर में शुरू होने वाले सूतक के चलते गंगा सभा की ओर से हर की पैड़ी पर रोजाना शाम को होने वाली गंगा आरती को दोपहर में ही करना पड़ा।
गंगा सभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा गांधीवादी और महामंत्री राम कुमार मिश्रा ने बताया कि गंगा आरती सूतक काल में नहीं होती है। सूतक काल से पहले इसे करना जरूरी था, क्योंकि इस बार सूतक काल दोपहर से शुरू होकर देर रात तक है। इसलिए हर रोज शाम को होने वाली गंगा आरती को दोपहर में ही संपन्न किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि सूतक काल के दौरान हर की पैड़ी स्थित सभी गंगा मंदिरों के कपाट बंद हैं और मध्य रात्रि सूतक काल समाप्त होने के बाद ही कपाट खोले जाएंगे, जिसके बाद मंगलवार से आरती अपने निश्चित समय यानी सूर्यास्त पर ही होगी।
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