तीन हजार गन्ना किसान चुनाव प्रक्रिया से बाहर
बसंत कुमार हरिद्वार गन्ना विकास समिति का कर्ज न चुकाने और हिस्सेदारी जमा न करने पर तीन
बसंत कुमार, हरिद्वार : गन्ना विकास समिति का कर्ज न चुकाने और हिस्सेदारी जमा न करने पर तीन हजार गन्ना किसानों को चुनाव प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। जिससे अब पौने सात हजार किसान ही गन्ना समिति के चुनाव में हिस्सा लेंगे। बड़ी संख्या में किसानों से चुनाव का अधिकार छीन जाने से गांवों में डेलीगेट्स के चुनाव के समीकरण भी बदल गए हैं। वहीं, पांच साल बाद होने वाले चुनाव में वोट का अधिकार नहीं मिलने से किसानों में मायूसी भी है।
11 अक्टूबर को डेयरी विकास विभाग के सहायक चुनाव अधिकारी व गन्ना विकास समिति ज्वालापुर के चुनाव अधिकारी पियूष आर्य ने नौ हजार सात सौ पचास गन्ना किसान मतदाताओं की अनंतिम सूची जारी की थी। किसानों को सोमवार दोपहर 12 बजे तक कर्ज और हिस्सेदारी जमा करने का समय दिया गया था, ताकि वह वोटर बन सकें। लेकिन तीन हजार 14 किसानों की ओर से समिति का कर्ज और पूरा हिस्सा जमा नहीं किया गया। जिससे शाम को जारी हुई अंतिम मतदाता सूची में बड़ी संख्या में किसानों के नाम हटा दिए गए। चुनाव अधिकारी पियूष आर्य ने बताया कि अब समिति क्षेत्र से 77 डेलीगेट्स के चुनाव में 6736 किसान मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मंगलवार से डेलीगेट्स चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री और जमा कराने का काम शुरू किया जाएगा। वहीं, किसानों का नाम मतदाता सूची से कटने से गांव से चुने जाने वाले डेलीगेट्स के चुनाव में प्रत्याशियों का समीकरण बिगड़ गया है। क्योंकि किसानों के नाम कटने से किसी का पलड़ा भारी हो गया है तो किसी का हल्का हो गया है। इससे अब डेलीगेट्स के दावेदार चुनाव में जीत के लिए नई गोटियां फिट करने में लग गए हैं, ताकि चुनाव में जीत दर्ज की जा सके।