Move to Jagran APP

भाकियू के नेतृत्व में हजारों किसानों का दिल्ली कूच

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: किसान क्रांति यात्रा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यो

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 07:00 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 07:51 PM (IST)
भाकियू के नेतृत्व में हजारों किसानों का दिल्ली कूच
भाकियू के नेतृत्व में हजारों किसानों का दिल्ली कूच

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: किसान क्रांति यात्रा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यों से आए किसानों ने भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले हरिद्वार से दिल्ली कूच किया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयपाल ¨सह, उत्तराखंड प्रभारी शिवम पुरी महाराज आदि की अगुवाई में किसान हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर बाबा टिकैत अमर रहे के नारे लगाते चल रहे थे। पैदल चल रहे किसानों के साथ काफिले में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉलियां भी शामिल रहीं। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम भी लगता रहा। जाम खुलवाने को पुलिसकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

loksabha election banner

रोड़ी बेलवाला स्थित महात्मा महेंद्र ¨सह टिकैत घाट से शुरू हुई यात्रा को हरी झंडी दिखाते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां देश के किसानों के खिलाफ है। किसानों की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। पिछले चार साल में केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। सिर्फ जुमलेबाजी से सरकार किसानों को गुमराह करती रही। यही कारण है कि देश भर में किसान बड़ी संख्या में आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों के प्रति उदासीनता के कारण ही किसान क्रांति यात्रा निकालने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कर्जमाफी के साथ ही स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को तुरंत लागू करने की मांग की। किसान को उसकी फसलों का वाजिब दाम मिले इसके लिए, चीनी मिलों पर बकाया गन्ना का भुगतान जल्द कराने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि पुराने ट्रैक्टर तोड़ने का जो तानाशाही फैसला सरकार ले रही है उसे वापस लेना चाहिए। साथ ही, पेंशन और बीमा के साथ किसानों को खेती के लिए बिजली मुफ्त दी जाए। भारतीय किसान यूनियन के उत्तराखंड प्रभारी महंत त्रिकालदर्शी महाराज ने कहा कि किसान क्रांति यात्रा किसानों के हितों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर को यात्रा दिल्ली किसान घाट पहुंचेगी और वहां महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर देश की सरकार के नाम खुला ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। यात्रा में संत समाज ने भी किसानों की मांगों को समर्थन देते हुए किसान क्रांति यात्रा में शामिल होकर सरकार की जनविरोधी नीतियों का खुलकर समर्थन किया। प्रवक्ता निशांत चौधरी ने कहा कि बर्बादी की कगार पर पहुंच चुका किसान लोकसभा चुनाव में किसान विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगा। इस अवसर पर दिगम्बर ¨सह, राजवीर ¨सह, पुष्पेद्र कश्यप, अर्जुन सैनी, राजेश चौहान, अशोक बालियान, राशिद कुरैशी, विनय कुमार, सुभाष चौधरी सहित हजारों की संख्या में किसान नेता पैदल और वाहनों से दिल्ली कूच किया।। ऊंट गाड़ी आकर्षण का केंद्र

हरिद्वार: किसान क्रांति यात्रा में कुछ किसान भाकियू का झंडा थामे ऊंट गाड़ी पर भी सवार थे। जो यात्रा में आकर्षण का केंद्र बने रहे। हालांकि हाईवे पर जगह-जगह गहरे गड्ढे और उसमें पानी भरा होने से ऊंट गाड़ी अनियंत्रित हो रही थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.