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गंगनहर में डूबने वालों को जलवीर का आसरा, यह शख्‍स बचा चुका 187 लोगों की जान

रुड़की निवासी मोनू जलवीर के रूप में सामने आए हैं, अब तक वह 187 लोगों की जान बचा चुका है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 03 Jul 2018 11:13 AM (IST)Updated: Wed, 04 Jul 2018 05:06 PM (IST)
गंगनहर में डूबने वालों को जलवीर का आसरा, यह शख्‍स  बचा चुका 187 लोगों की जान
गंगनहर में डूबने वालों को जलवीर का आसरा, यह शख्‍स बचा चुका 187 लोगों की जान

रुड़की, [केके शर्मा]: रुड़की में गंगनहर के आधा दर्जन से अधिक घाट डेथ प्वाइंट साबित हो रहे है। एक माह के भीतर 47 लोग इन घाटों पर नहर में डूब चुके हैं और जल पुलिस की भूमिका सिर्फ तमाशाई की रह गई है। ऐसे में स्थानीय तैराकों का जलवीर के रूप में सामने आना निश्चित रूप से उम्मीद जगाने वाला है। खासकर जलवीर मोनू तो बीते आठ साल में 187 डूबतों की जान बचा चुका है।

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जीवनदायिनी गंगनहर तेजी से लोगों की मौत का कारण बनती जा रही है। नहर के खतरनाक हो चुके प्वाइंट पर हर दिन लोग डूब रहे हैं। बावजूद इसके जल पुलिस की तैनाती को लेकर अधिकारी जरा भी गंभीर नजर नहीं आ रहे। यही वजह है कि जून में ही 16 लोग रुड़की तो 31 लोग कलियर में गंगनहर की भेंट चढ़ चुके हैं। इनमें कोई नहाते हुए गंगनहर में डूबा तो कोई पांव फिसलने से। डूबतों को बचाने के लिए जल पुलिस की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब तक वह मौके पर पहुंचती है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ऐसे में स्थानीय गोताखोर डूबतों की जान बचाकर जिम्मेदारों को आईना दिखा रहे हैं। इन्हीं में एक है रुड़की निवासी मोनू, जो अब तक 187 लोगों की जान बचा चुका है।

पुलिस भी लेती है मोनू की मदद

30-वर्षीय मोनू जल पुलिस चौकी के ठीक सामने ठीया चाय बेचने का काम करता है। दिन-रात वह इस ठीये पर ही रहता है और पिछले आठ साल से गंगनहर में डूबने वालों की जान बचा रहा है। मोनू को जब भी किसी के डूबने की सूचना मिलती है, तुरंत निकल पड़ता है उसकी जान बचाने। मोनू की मानें तो लोगों की जान बचाने पर उसके दिल को असीम सुकून मिलता है। कई बार तो दोनों थानों की पुलिस भी मोनू की मदद लेती है।

तीन जवानों के भरोसे डूबतों की जिंदगी

रुड़की जल पुलिस में मात्र तीन जवान तैनात है। उस पर जल पुलिस की मोटर बोट भी कुछ माह से खराब पड़ी है। ऐसे में इन तीन जवानों का भी होना-न होना बराबर है। 

इन प्वाइंट पर हो रहे सबसे अधिक हादसे

नगर निगम पुल घाट, सोलानी पार्क के पास, लक्ष्मी-नारायण मंदिर घाट, कलियर पुल के पास वाला घाट, मेहवड़ पुल के पास वाला घाट, आसफनगर झाल के पास, गणेशपुर पुल के पास, रोशनी वाले पुल के पास।

हादसों की वजह

-संवदेनशील प्वाइंट पर नहीं पुलिस तैनात

-कई घाटों पर नहीं लगी हैं लोहे की जंजीर

-खतरनाक हो रहे घाटों पर हैं नहीं चेतावनी बोर्ड

-तेज बहाव वाले स्थानों पर नहाने से हादसे

शीघ्र ही जल पुलिस में जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी

कृष्ण कुमार वीके (एसएसपी, हरिद्वार) का कहना है कि शीघ्र ही जल पुलिस में जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा जिन प्वाइंट पर गंगनहर में डूबने से हादसे हो रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर वहां सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए शीघ्र ही रुड़की में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए जाएंगे।

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