किराएदार के भेष में छिपा था अपराधी, सत्यापन की खुली पोल
बुजुर्ग दंपती की हत्या का पर्दाफाश होने के साथ-साथ पुलिस के सत्यापन अभियान की पोल भी मंगलवार को खुलकर सामने आ गई।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: बुजुर्ग दंपती की हत्या का पर्दाफाश होने के साथ-साथ पुलिस के सत्यापन अभियान की पोल भी मंगलवार को खुलकर सामने आ गई। सतेंद्र उर्फ धर्मेंद्र मीरापुर में साल 2016 में भी दोहरे हत्याकांड को अंजाम दे चुका था, इसके बावजूद वह शिवालिकनगर जैसी पॉश कॉलोनी में किराएदार बनकर रहता रहा। पुलिस ने उसका सत्यापन किया होता तो शायद लॉकडाउन से पहले ही उसका असली चेहरा सामने आ जाता।
एसएसपी के निर्देश पर थाना कोतवाली की पुलिस टीमें हर रविवार को अपने-अपने क्षेत्र में सत्यापन अभियान चलाती हैं। लेकिन, अभियान के नाम पर किस कदर खानापूर्ति की जाती है, इसकी बानगी दोहरे हत्याकांड के पर्दाफाश के बाद सामने आई है। सतेंद्र सिडकुल की एक नामचीन कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करता था। उसने सिडकुल के हजारों कर्मचारियों की तरह शिवालिक नगर में किराए पर कमरा लिया और एक साधारण फैक्ट्री कर्मचारी बनकर रहने लगा। जबकि उसके पीछे एक खूंखार अपराधी छिपा हुआ था। पुलिस ने गंभीरता से सत्यापन किया होता तो सतेंद्र पहले ही बेनकाब हो चुका होता। सतेंद्र की असलियत पता चलने पर उसके मकान मालिक रहे परिवार के लोग भी हैरान रहे गए। वहीं एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस का कहना है कि इस बारे में जांच कराई जाएगी कि सतेंद्र का सत्यापन क्यों नहीं हुआ था। मकान मालिक से पूछताछ की जाएगी। यदि पुलिस के स्तर से कमी रही होगी तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
--------------------
एसएसपी ने बुजुर्गों से की अपील
खुलासे के दौरान एसएसपी ने मौजूद जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के माध्यम से बुजुर्गों के लिए अपील की। एसएसपी ने कहा कि सीनियर सिटिजन अपने घरों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। किसी को काम पर रखते हैं या घर बुलाते हैं तो उसकी जानकारी कॉलोनी की वेलफेयर एसोसिएशन को दें। लोकल पुलिस को भी उसके बारे में पता होना चाहिए। ताकि जरूरत पड़ने पर उसे ढूंढना आसान हो जाए।