शहीद हेमराज की अस्थियां गंगा में विसर्जित, पुरोहितों ने नहीं ली दक्षिणा
शहीद हेमराज मीणा की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गर्इ। पुरोहितों ने अस्थि विसर्जन की एवज में कोई दान दक्षिणा शहीद के परिवार से नहीं ली
हरिद्वार, जेएनएन। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद राजस्थान के जवान हेमराज मीणा की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गईं। हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर शहीद के बेटे अजय मीणा ने पिता की अस्थियां गंगा में विसर्जित की। पुरोहितों ने अस्थि विसर्जन की एवज में कोई दान दक्षिणा शहीद के परिवार से नहीं ली। साथ ही, कहा कि अस्थियां लेकर हरिद्वार आने वाले किसी भी शहीद के परिजनों से दक्षिणा नहीं ली जाएगी।
पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे। इनमें राजस्थान के कोटा जिला, सांगो तहसील के गांव विनोद कलां निवासी हेमराज मीणा भी शहीद हुए थे। हेमराज सीआरपीएफ की 61वीं बटालियन के जवान थे। बुधवार को हेमराज मीणा के परिजन उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे। तीर्थ पुरोहित हरिराम नरेश कुमार ने हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर विधि विधान के साथ गंगा में अस्थि विसर्जन संपन्न कराया। शहीद के बेटे अजय मीणा, बड़े भाई देवलाल मीणा, भतीजे मोनू ने पूजा में भाग लिया। गंगा में शहीद की अस्थियां विसर्जित करने के दौरान पूरा परिवार भावुक हो गया।
अखिल भारतीय युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष उज्ज्वल पंडित ने कहा कि शहीदों की अस्थियां हरिद्वार आने पर पूरे विधि विधान से उनका गंगा में विसर्जन कराया जाएगा। शहीद के परिजनों से कोई दान दक्षिणा नहीं ली जाएगी। उन्होंने कहा कि शहीदों की अस्थियां हरिद्वार आने के बाद परिवार का पूरा खर्च भी पुरोहित समाज वहन करेगा। उन्होंने बताया कि शहीद सैनिकों के अस्थि विसर्जन व ङ्क्षपड दान पर होने वाले खर्च को तीर्थ पुरोहित उठाएंगे।
परिवार व पुरोहितों ने प्रधानमंत्री से की मांग
पिता का अस्थि विसर्जन करने पहुंचा 10 साल का अजय मीणा भी सेना में जाना चाहता है। हेमराज के भतीजे मोनू मीणा भी शहादत का बदला चाहते हैं। इनका कहना है कि पहले तो देश में आतंकियों के खिलाफ सख्त करवाई हो और उसके बाद पकिस्तान से बदला लिया जाए। वहीं हरिद्वार के पुरोहितों में भी पुलवामा घटना को लेकर जबरदस्त रोष है। तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित, आशीष गौतम, नितेश पालीवाल, हर्षवर्धन शास्त्री, नवीन शर्मा, अनमोल, विकास शर्मा ने प्रधानमंत्री से मांग करते हुए कहा कि इस बार आरपार की लड़ाई कर पाकिस्तान को पूरी तरह से नेस्ताबूत करें।
यह भी पढ़ें: जांबाज विभूति कहते थे, देश के लिए खतरे मोल लेने से बढ़कर कोर्इ काम नहीं
यह भी पढ़ें : देश रक्षा को हमेशा आगे रहे शहीद मोहनलाल, जानिए उनकी जिंदगी से जुड़े पहलू
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में हुए आइईडी विस्फोट में उत्तराखंड का लाल शहीद