थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों ने रक्तदाताओं को बोला थैंक्यू
विश्व रक्तदाता दिवस पर सोमवार को सिविल अस्पताल की ओर से एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में रक्तदाताओं को धन्यवाद कहा।
संवाद सहयोगी, रुड़की: विश्व रक्तदाता दिवस पर सोमवार को सिविल अस्पताल की ओर से एक होटल में कार्यक्रम आयोजन किया गया। जिसमें रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आए थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों ने रक्तदाताओं को थैक्यू कहा।
हीमोग्लोबिनोपैथी कार्यक्रम के अन्तर्गत सिविल अस्पताल रुड़की ने रक्तदाताओं के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में नगर निगम के महापौर गौरव गोयल मुख्य अतिथि रहे। जबकि राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल विशिष्ट अतिथि के शामिल हुए। मुख्य अतिथि महापौर गौरव गोयल ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। यदि हम एक यूनिट ब्लड डोनेट करते हैं तो इससे चार जिदगियां बचाई जा सकती हैं। कार्यक्रम के दौरान नियमित रूप से रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। थैलेसिमिया से पीड़ित बच्चों से भी रक्तदाताओं को मिलवाया गया। बच्चों और उनके अभिभावकों ने रक्तदाताओं को थैंक्यू कहा। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल के ब्लड बैंक से मरीजों को तो रक्त दिया ही जाता है। साथ ही थैलेसीमिया से पीड़ित 56 बच्चों को भी हर माह ब्लड बैंक से ब्लड दिया जाता है। पैथोलोजिस्ट डॉ. रजत सैनी व डॉ. रितु खेतान ने बताया कि रक्तदाताओं के कारण ब्लड बैंक में कभी रक्त की दिक्कत नहीं आती है। विशिष्ट अतिथि एवं राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल, बालरोग विशेषज्ञ डॉ. एके मिश्रा, रेडियोलोजिस्ट डॉ. मनीष दत्त, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश खेतान, डॉ. एके श्रीवास्तव आदि ने भी विचार रखे। इस मौके पर वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन पवन कश्यप, फील्ड ऑफिसर संजय कुमार, फील्ड ऑफिसर यशवंत सिंह, फील्ड असिस्टेंट अंकित कुमार, लैब टेक्नीशियन हिमांशु राणा आदि उपस्थित थे। उधर, सिविल अस्पताल रुड़की के ब्लड बैंक में सोमवार को 45 व्यक्तियों ने रक्तदान किया।