अब ठेके पर नहीं होगी नालों की सफाई
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : नाला सफाई कार्यों में अब खेल नहीं होगा। हर साल बरसात पूर्व ठेक
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : नाला सफाई कार्यों में अब खेल नहीं होगा। हर साल बरसात पूर्व ठेके पर सफाई की व्यवस्था भी खत्म होगी। नगर निगम जल्द स्थायी नाला गैंग की व्यवस्था करने जा रहा है। इसके लिये 60 कर्मचारी रखे जाएंगे। इसके अलावा नगर निगम में शामिल नये क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था को भी नये सिरे से टेंडर की तैयारी चल रही है।
नगर निगम क्षेत्र में छोटे बड़े छह दर्जन के करीब नाले हैं। इन नालों की समुचित सफाई नहीं होती। हालांकि बरसात पूर्व निगम प्रशासन ठेके पर नालों की सफाई कराता है। दावे तलीझाड़ सफाई के भी किये जाते हैं लेकिन मॉनसून की पहली बारिश सफाई दावों की पोल खोलकर रख देती है। अब नाला सफाई कार्यों में खेल नहीं होगा। शपथ ग्रहण के साि ही शहर की सफाई को प्रतिबद्ध महापौर ने साफ कर दिया है कि अब मॉनसून पूर्व ही नहीं वर्ष भर नाले नालियों की सफाई होगी। इसके लिये 60 कर्मचारी रखने की भी उन्होंने बात कही है। कहा कि ये कर्मी स्थाई नाला गैंग के रूप में शहर के चारों जोन में तैनात होंगे। इसके अलावा निकाय सीमा विस्तार बाद निगम में पांच राजस्व ग्राम ज्वालापुर बाहर हदूद,जगजीतपुर बाहर हदूद, देवपुर मुस्तकीम का संपूर्ण ग्राम, मिस्सरपुर आंशिक और अहमदपुर कड़च्छ आंशिक (विष्णु कॉलोनी) से बनाये गये 10 नये वार्ड की सफाई व्यवस्था काो पटरी पर लाने को नये सिरे से टेंडर की कवायद चल रही है। हेल्थ अफसर की मानें तो पीपीपी मोड या आउट सोर्स से सफाईकर्मी रखे जा सकते हैं। ठेके पर नालों की सफाई नहीं कराई जाएगी। निगम अपने स्तर से कर्मचारी रख यह कार्य अपनी निगरानी में कराएगा।
अनीता शर्मा, महापौर, नगर निगम, हरिद्वार नये क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था के लिये नये टेंडर की कवायद चल रही है। पीपीपी मोड या आउटसोर्स से कर्मचारी रखे जा सकते हैं। इससे संबंधित प्रस्ताव बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा। डॉ.कैलाश गुंज्याल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, हरिद्वार