सम्मान समारोह में खलल डालने पर स्वामी आत्मबोधानंद गिरफ्तार
डीएम को महामना मालवीय सम्मान दिए जाने का विरोध करने व समारोह में पर्चे फेंकने पर मातृसदन के संत ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
हरिद्वार, [जेएनएन]: जिलाधिकारी दीपक रावत को महामना मालवीय सम्मान दिए जाने का विरोध करने व समारोह में पर्चे फेंकने पर मातृसदन के संत ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने आत्मबोधानंद को 30 दिसंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
सोमवार को महामना सेवा संस्थान की ओर से ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के ऑडीटोरियम में भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 156 वीं जयंती पर समारोह आयोजित किया गया। समारोह में कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत और जिलाधिकारी दीपक रावत समेत कई गणमान्य मौजूद थे।
कार्यक्रम में विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिये जिलाधिकारी दीपक रावत समेत कई अन्य लोगों को सम्मानित किया जाना था। मंच संचालक ने जैसे ही जिलाधिकारी दीपक रावत को महामना मालवीय सम्मान दिये जाने की घोषणा की, तभी ऑडीटोरियम में पीछे बैठे मातृसदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद मंच की ओर बढ़े और जिलाधिकारी को गंगाद्रोही बताते हुए हवा में पर्चे उड़ा दिये।
इससे कार्यक्रम में हंगामे की स्थिति बन गई। मंच पर मौजूद जिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल ब्रह्मचारी को हिरासत में ले लिया। नगर कोतवाली में पूछताछ के बाद उनका शांतिभंग में चालान कर नगर मजिस्ट्रेट मनीष कुमार सिंह की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आत्मबोधानंद के पक्ष में कोई जमानती न होने और बेल बांड न प्रस्तुत किये जाने के चलते उन्हें 30 दिसंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। कोतवाल चंद्रभान सिंह ने बताया कि नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश अनुपालन में उन्हें जेल भेज दिया गया। इधर मातृसदन के ब्रह्मचारी दयानंद ने बताया कि आत्माबोधानंद सैद्धांतिक तरीके से जिलाधिकारी को सम्मान दिये जाने का विरोध करने पहुंचे थे। मातृसदन जिलाधिकारी को गंगा द्रोही मानता है और भविष्य में भी आंदोलन जारी रखेगा।
मातृसदन के दो संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मदन मोहन मालवीय की जयंती पर आयोजकों को धमकाने और गाली गलोच करने के आरोप में हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। सोमवार को ऋषिकुल सभागार में कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी को सम्मान देने का विरोध करने पर पुलिस ने मातृसदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को गिरफ्तार कर लिया था। शांति भंग की धारा में आत्मबोधानंद का चालान कर दिया गया। आयोजक पदम प्रसाद सुवेदी की तरफ से पुलिस को तहरीर दी गई थी। जिसमें मातृ सदन के ब्रह्मचारी दयानंद और बरमचारी आत्मबोधानंद की पर गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दयानंद ब आत्मबोधानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
यह भी पढ़ें: गंगा का जलस्तर बढ़ने से नहीं शुरू हो पा रहा खनन
यह भी पढ़ें: हाई कोर्ट ने गंगा के किनारे से 5 किमी दायरे में खनन पर लगी रोक हटाई
यह भी पढ़ें: गंगा नदी में स्टोन क्रशर व खनन बंद न होने पर हाई कोर्ट गंभीर