दिनभर करते रहे इंतजार नहीं मिला गन्ना भुगतान
जागरण संवाददाता, रुड़की: इकबालपुर चीनी मिल एक बार फिर अपने वायदे से मुकर गई। सोमवार क
जागरण संवाददाता, रुड़की: इकबालपुर चीनी मिल एक बार फिर अपने वायदे से मुकर गई। सोमवार को छह करोड़ रुपये देने का वायदा किया, लेकिन समिति के खाते में एक भी पाई नहीं पहुंची।
19 सितंबर को किसानों ने राजमार्ग जाम कर महापंचायत किया था। महापंचायत के दौरान लिब्बरहेड़ी मिल ने 14 करोड़, लक्सर ने 32 करोड़ रुपये के भुगतान के चेक गन्ना विभाग के अधिकारियों को सौंपे थे। इकबालपुर चीनी मिल ने सोमवार को छह करोड़ रुपये का भुगतान देने की बात कही थी। सोमवार को दिनभर गन्ना विभाग के अधिकारी गन्ना भुगतान की राह जोहते रहे, लेकिन चीनी मिल की ओर से भुगतान नहीं किया गया। शाम को सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र ¨सह ने चीनी मिल के प्लांट हेड से बात की। जिस पर प्लांट हेड ने बताया कि 10 हजार कुंतल चीनी ही बिक पाई है। इसका भुगतान आ गया है। तीन करोड़ रुपये मंगलवार को गन्ना समिति के खाते में भेज दिया जाएगा। जल्द ही शेष भुगतान भी मिलने की उम्मीद है। कई अधिकारी हुए इधर से उधर
रुड़की: लक्सर गन्ना समिति में किसान बीमा अनियमितता के मामले में फंसे सचिव प्रीतम ¨सह को हटाकर लक्सर गन्ना विकास परिषद में गन्ना विकास निरीक्षक के पद पर तैनाती दे दी गई है। गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने उनकी दो वेतन वृद्धि रोकने के साथ ही भविष्य में किसी भी समिति का सचिव ना बनाने के निर्देश दिए है। इकबालपुर गन्ना समिति के सचिव जय ¨सह को लक्सर गन्ना समिति का अतिरिक्त चार्ज दे दिया गया है। लिब्बरहेड़ी के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक गौतम नेगी को यहीं पर गन्ना विकास निरीक्षक बनाया गया है। यहां पर पूर्व में जिले में तैनात रहे प्रभारी सहायक गन्ना आयुक्त आशीष नेगी को ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक बनाया है।