रिसीवर नियुक्त होने के बाद भी नहीं मिला पूरा भुगतान
जागरण संवाददाता, रुड़की: इकबालपुर चीनी मिल में रिसीवर की तैनाती के बाद भी किसानों को गन्न
जागरण संवाददाता, रुड़की: इकबालपुर चीनी मिल में रिसीवर की तैनाती के बाद भी किसानों को गन्ने का पूरा भुगतान नहीं मिल रहा है। इस पर मुख्यमंत्री के सलाहकार ने नाराजगी जताते हुए चीनी मिल के रिसीवर और मिल प्रबंधकों को तलब किया है। साथ ही चेताया कि चीनी पर पहला हक किसानों का है। इसलिए पहले गन्ने का भुगतान किया जाएगा।
दो दिन पहले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ¨सह रावत ने झबरेड़ा में आयोजित एक जनसभा के दौरान घोषणा की थी कि निजी चीनी मिलों पर कार्रवाई करने के लिए उन्होंने सलाहकार डॉ. नरेन्द्र ¨सह को जिले में भेजा है। जरूरत पड़ी तो चीनी मिलों पर सख्ती भी की जाएगी। बुधवार को कुछ किसानों ने मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. नरेन्द्र ¨सह से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि चीनी मिल की ओर से जो चीनी बेची जा रही है उसका पूरा भुगतान किसानों को नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह से किसानों में रोष है। इस पर उन्होंने चीनी मिल के रिसीवर एवं भगवानपुर के एसडीएम डीएस नेगी, गन्ना प्रबंधकों को तलब किया। उन्होंने चेताया कि पूरा भुगतान पहले किसानों का होगा। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने रिसीवर से भुगतान का शेड्यूल भी देने को कहा है। मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. नरेन्द्र ¨सह ने बताया कि सरकार बहुत जल्द ही किसानों का पुराना भुगतान दिला देगी। इकबालुपर ने 31 जनवरी 2018 तक का भुगतान दे दिया है। अगले सप्ताह तक सात फरवरी तक का भी भुगतान आने की उम्मीद है। वही जिले की शेष दोनों चीनी मिलें भी इस माह के अंत तक पिछला भुगतान कर देगी। साथ ही चीनी मिलों को नया भुगतान भी तत्काल चालू करने के निर्देश दिए गए हैं।