चुनाव स्थगित होने पर सड़क पर उतरे छात्र, पुलिस ने हटाया
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एसएमजेएनपीजी कालेज में छात्रसंघ चुनाव स्थगित होने पर छात्र संगठन स
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एसएमजेएनपीजी कालेज में छात्रसंघ चुनाव स्थगित होने पर छात्र संगठन सड़क पर उतर आए। अपने छह सीआर प्रत्याशियों का नामांकन खारिज करने से नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इसे अपनी जीत बताया। दूसरी ओर, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों ने कालेज और जिला प्रशासन पर भाजपा और परिषद के दबाव में काम करने का आरोप मढ़कर चंद्राचार्य चौक पर प्रदर्शन कर एक मंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कालेज में चुनाव स्थगित करने को छात्रों की जीत बताया। कालेज इकाई के नगर सहमंत्री चुनाव संयोजक करन वर्मा, आशुतोष पराशर के नेतृत्व में छात्रों ने सुबह कालेज गेट पर प्रदर्शन कर प्राचार्य डॉ. एसके बत्रा, कालेज और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कालेज प्राचार्य व चुनाव अधिकारी से मिलने की कोशिश करने पर कालेज प्रशासन ने गेट बंद करा दिया। नाराज छात्रों ने नारेबाजी कर कालेज प्रशासन का पुतला फूंका। आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ छात्रों को चोट आई। पदाधिकारियों ने लाठीचार्ज की ¨नदा की। नगर मंत्री आदित्य गौड़ ने कहा कालेज प्रशासन ¨लगदोह समिति की सिफारिशों की अनदेखी कर रहा है। विरोध करने वालों में दक्ष शर्मा, समर्पण अरोड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन पंत, कार्तिक गुप्ता, शिवम ठाकुर, पार्थ, सत¨वदर ¨सह, मधुसूदन, मधु तनेजा आदि शामिल रहे।
दूसरी ओर, चुनाव स्थगित करने के विरोध में एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ चंद्राचार्य चौक पर प्रदर्शन किया। सड़क पर जाम लगाकर आवाजाही प्रभावित कर दिया। इसको देखते हुए पहुंची पुलिस ने छात्रों को पकड़ कर सड़क से किनारे हटाया। प्रदर्शन करने वालों ने पुलिस पर ज्यादती करने का आरोप लगाया। यह भी आरोप लगाया कि अभाविप की छात्र संघ चुनाव में संभावित हार को देखते हुए प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में चुनाव को स्थगित कराया है। वरूण बालियान, एनएसयूआइ प्रदेश सचिव वसीम सलमानी ने आरोप लगाया कि भाजपा और अभाविप छात्र राजनीति को दूषित कर रहे हैं। हार के डर से कालेज का माहौल खराब किया जा रहा है। पुलिस राजनीतिक दबाव में उत्पीड़न कर रही है। विरोध करने वालों में अरशद ख्वाजा, सुमित त्यागी, गौरव वर्मा, कादिर, सोहेल अख्तर, चंद्रशेखर आदि शामिल रहे। वहीं ज्वालापुर कोतवाल अमरजीत ¨सह ने लाठीचार्ज से इन्कार किया।