15 अप्रैल के बाद स्मार्ट राशन कार्ड मिलने की आस
-शासन ने दिया 31 मार्च तक का समय जागरण संवाददाता हरिद्वार जिले में चार लाख पांच हजार
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जिले में चार लाख पांच हजार राशनकार्ड धारकों को अब 15 अप्रैल के बाद ही स्मार्ट कार्ड मिलेंगे। जिसका मुख्य कारण पौने लाख राशनकार्ड धारकों के मुखिया व परिवार के सदस्यों द्वारा आधार कार्ड और प्रमाण पत्र जमा न करवाना रहा। इसको देखते हुए शासन ने भी कार्डों के वैलीडेशन यानि डाटा कलेक्शन व उसके अपलोड करने की आखिरी तिथि 31 मार्च तक कर दी है।
जिले में बीपीएल, अंत्योदय व सामान्य वर्ग के कुल 4 लाख पांच हजार राशनकार्ड धारक हैं। इस कार्ड धारकों का अब पुराने की जगह नया डिजिटल स्मार्ट राशन कार्ड बनना है। इसके लिए करीब छह महीने से चल रही कवायद अभी आधे मुकाम तक मुश्किल से पहुंच पाई है। अभी भी एक लाख 80 हजार के करीब राशन कार्ड धारकों ने मुखिया सहित परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, राशनकार्ड की कॉपी जिलापूर्ति कार्यालय में जमा नहीं की। इससे स्मार्ट कार्ड बनने की प्रक्रिया अधर में लटकी है। पहले 31 जनवरी, फिर 10 फरवरी और बाद में 29 फरवरी तक तारीख आगे बढ़ी। लेकिन फिर भी बहुतेरे राशनकार्ड धारकों का डाटा प्रपत्रों के साथ न जुटने से कार्ड बनने की प्रक्रिया सुस्त गति से चल रही है। विभागीय अधिकारी भी शासन द्वारा 31 मार्च तक आखिरी तिथि करने के बाद चिंता मुक्त दिख रहे हैं। विभाग को अभी भी एक लाख 80 हजार कार्डधारकों के विवरण का इंतजार हैं।
जिलापूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल का कहना है अभी तक सवा दो लाख राशनकार्ड धारकों का विवरण मिला है। शेष में से अधिकांश का कहना है आधार कार्ड बनाने की समुचित व्यवस्था न होने से बैंकों से सीमित आधार कार्ड ही बन रहे हैं। जिससे परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड न बन पाने से प्रपत्र जमा नहीं कर पा रहे हैं। हर हाल में 15 अप्रैल तक सभी का विवरण भेज दिया जाएगा। इसके बाद देहरादून की फर्म से स्मार्ट राशन कार्ड छपकर आने के बाद कार्ड धारकों को वितरित किया जाएगा।