शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने ईवीएम पर उठाए सवाल, ममता को दी सलाह
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत की वजह ईवीएम की हेरा-फेरी हो सकती है। ममता को सलाह दी कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
हरिद्वार, जेएनएन। द्वारका-शारदा और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का कहना है कि हालिया लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत और कांग्रेस की करारी हार में ईवीएम बड़ा फैक्टर है। सवाल उठाया कि अगर ऐसा नहीं है तो ईवीएम को लेकर राजनीतिक दलों की शंका को दूर करने की बजाय खारिज क्यों किया गया। वीवीपैट की पर्चियों को गिने जाने की मांग क्यों नहीं मानी गई।
शंकराचार्य ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर उठाए जा रहे सवालों को आधारहीन बताते हुए कहा कि राहुल गांधी का जन्म हिन्दू परिवार में हुआ है, वह हिन्दू धर्म को मानते हैं, इसलिए वह ङ्क्षहदू हैं और पूर्ण रूप से भारतीय नागरिक भी। भारतीय संविधान, भारत का कानून, भारत सरकार और चुनाव आयोग इसको प्रमाणित करता है। लिहाजा यह सवाल उठाना या करना मूर्खतापूर्ण है।
एक रोज पहले हरिद्वार प्रवास पर पहुंचे स्वामी स्वरूपानंद ने मंगलवार को कनखल स्थित शंकराचार्य आश्रम में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल को कार्यविहीन बताया। कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यकाल में पूर्व में किए गए वादों को पूरा करना चाहिए। आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने गौ रक्षा का वादा किया था पर, वह उस पर खरी नहीं उतरी। पिछले पांच वर्ष के दौरान गौवंश मांस के निर्यात में लगातार वृद्धि हुई और यह सब केंद्र सरकार ने राजस्व बढ़ाने को किया। सरकार इस राजस्व से अपना खर्चा चला रही है।
राममंदिर निर्माण पर केंद्र सरकार दे रही जनता को धोखा
शंकराचार्य ने आरोप लगाया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के मुद्दे पर मोदी सरकार जनता को धोखा दे रही है। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के आसपास की अधिकृत 67 एकड़ जमीन को वास्तविक स्वामियों को लौटाने की मांग कर रही है, तो दूसरी तरफ अविवादित भूमि पर मंदिर निर्माण का संकल्प ले रही है। साफ है कि सरकार मंदिर का निर्माण वास्तविक जन्मस्थान की जगह अन्य स्थान पर कराने की फिराक में है। कहाा, अब इस पर कोर्ट ही कोई ठोस फैसला ले सकता है।
ममता बनर्जी गलत कर रहीं
पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी के जयश्रीराम कहने का विरोध करने पर उनका उनका कहना है कि राजनीतिक दृष्टिकोण से वह यह सब कर रही हैं पर, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए, यह गलत है। वह यह सब राम का विरोध करने की
हिन्दू धर्म को नष्ट करने की साजिश
हिन्दुओं में साईं बाबा के बढ़ रहे प्रभाव को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने हिन्दू धर्म को नष्ट करने की सुनियोजित साजिश बताया। यही वजह है कि उनके नाम के आगे-पीछे 'ओम' और 'राम' के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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