Move to Jagran APP

राममंदिर निर्माण के लिए संतों का अनशन, देरी पर नर्इ क्रांति की कही बात

राममंदिर निर्माण में हो रही देरी को लेकर संतों में नाराजगी बनी हुर्इ है। पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने एक दिन का सांकेतिक अनशन किया।

By Edited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 06:32 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 08:52 PM (IST)
राममंदिर निर्माण के लिए संतों का अनशन, देरी पर नर्इ क्रांति की कही बात
राममंदिर निर्माण के लिए संतों का अनशन, देरी पर नर्इ क्रांति की कही बात

रुड़की, [जेएनएन]: राम मंदिर निर्माण में देरी से नाराज श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने रविवार को एक दिन का सांकेतिक अनशन किया। उन्होंने ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर संत समाज और हिंदुओं के क्रांति करने से पहले ही सरकार को सकरात्मक पहल करनी चाहिए। कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए किसी क्रेन की भी जरुरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि वहां पर पत्थर तराशे हुए रखे हैं। संतों के आह्वान पर हिंदू समाज एवं श्रीराम भक्त खुद मंदिर का निर्माण कर लेंगे। 

loksabha election banner

रविवार को रुड़की के श्री लक्ष्मीनारायण घाट पर अनशन पर बैठे स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि हिंदू समाज और राम भक्तों को विश्वास था कि केंद्र सरकार जल्द राम मंदिर का निर्माण करवाएगी। उन्होंने कहा कि इस एक दिवसीय सांकेतिक अनशन के जरिये वह सरकार को बताना चाहते हैं कि राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर संत समाज एकजुट है। अगर सरकार छह दिसंबर तक कोई सकरात्मक कदम नहीं उठाती है तो फिर नई क्रांति होगी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता बलराम दास हठयोगी ने चेतावनी दी कि सरकार शीघ्र ही अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर फैसला ले अन्यथा इसका परिणाम भुगतना होगा। सांकेतिक अनशन को विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, धर्म जागरण मंच, सनातन धर्म हिंदू वाहिनी, हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू रक्षा सेना, बजरंग दल, साध्वी शक्ति परिषद, अखिल भारतीय संत समिति, भारत साधु समाज समेत विभिन्न संगठनों ने समर्थन दिया। 

यह भी पढ़ें: योगी आदित्यनाथ बोले, राममंदिर निर्माण को लेकर दूंगा खुशखबरी

यह भई पढ़ें:  संतों ने कहा, राम मंदिर के लिए केंद्र बनाए कानून


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.