साध्वी पद्मावती ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार का समर्थन लिया, अनुरोध ठुकराया
हरिद्वार में गंगा रक्षा को लेकर अनशनरत साध्वी पद्मावती का बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने समर्थन किया है।
हरिद्वार, जेएनएन। गंगा रक्षा से जुड़ी छह मांगों को लेकर तपस्या (अनशन) कर रही साध्वी पदमावती को बिहार सरकार ने समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को लेकर बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा और नालंदा से सांसद कौशलेंद्र ने मातृसदन पहुंचकर साध्वी से आंदोलन खत्म करने का आग्रह किया, लेकिन साध्वी ने इसे ठुकराते हुए मांग पूरी होने पर ही ऐसा करने की का एलान दोहराया। साध्वी 15 दिसंबर से अनशन पर हैं।
गुरुवार को साध्वी के अनशन का 40वां दिन था। बिहार के जल संसाधन मंत्री और सांसद बिहार सरकार का समर्थन पत्र लेकर सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मातृसदन पहुंचे। उनके साथ जल पुरुष राजेंद्र ङ्क्षसह भी थे। करीब तीन घंटे वे वहां रुके और मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती व साध्वी पद्मावती से उनकी मांगों और इनसे संबंधित विभागों के आदेश-निर्देशों की जानकारी ली।
जल संसाधन मंत्री ने साध्वी को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी मांगों को पूरा करवाने के लिए पहल की है। इनके समर्थन में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, लिहाजा वह अपने आंदोलन (तपस्या) को विराम दे दें। साध्वी पदमावती इसके लिए तैयार नहीं हुई, कहा जब तक उनकी मांगों के समाधान का आदेश नहीं हो जाता, तपस्या जारी रखेंगी।
पीएम से भी मिलेंगे नीतीश
पत्रकारों से बातचीत में जल संसाधन मंत्री संजय झा और सांसद कौशलेंद्र ने कहा कि गंगा पूरे देश की है। नालंदा की बेटी गंगा के लिए अनशन कर रही है, हमने उन्हें मनाने का प्रयास किया है, उन्होंने मांग पूरी होने पर ही अनशन तोडऩे का आश्वासन दिया है। बताया कि उनकी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी करेंगे। साध्वी पदमावती और स्वामी शिवानंद से हुई वार्तालाप की जानकारी वह लौटकर मुख्यमंत्री को देंगे। इधर, स्वामी शिवानंद ने साध्वी के अनशन का संज्ञान लेने पर बिहार के मुख्यमंत्री का आभार जताया। कहा कि, गंगा और गंगा बेसिन के 11 राज्यों में वह पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपनी बेटी की सुध ली।
साध्वी का मेडिकल
साध्वी पदमावती का गुरुवार को जिला अस्पताल की डा. यामिनी गुप्ता ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। उनका वजन 48 किलोग्राम पाया गया। जब वह अनशन पर बैठी थीं, तब उनका वजन 54 किलोग्राम था। 40 दिन में उनके वजन में छह किलो की कमी आई है। अन्य परीक्षण सामान्य पाए गए।
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ये हैं छह सूत्रीय मांगें
-गंगा पर निर्माणाधीन और प्रस्तावित सभी बांधों को निरस्त किया जाए
-गंगा पर बने चुके बांधों से गंगा में प्राकृतिक प्रवाह को दुरूस्त रखने के लिए ई-फ्लो की ठोस व्यवस्था बनाई जाए, हरिद्वार भी इसमें शामिल हो।
-गंगा में खनन से संबंधित एनजीटी के आदेशों का अक्षरश: पालन करने को नोटिफिकेशन जारी हो
-गंगा एक्ट के लिए सरकार के स्तर पर राष्ट्रीय स्तर पर विस्तृत चर्चा जिसमें मातृसदन और अन्य गंगा प्रेमियों को भी शामिल किया जाए
-एनजीटी के जज राघवेंद्र राठौर को गंगाद्रोही घोषित कर उन्हें निलंबित कर मातृसदन की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की जाए
-हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस को निलंबित कर उनकी जांच की जाए
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