साध्वी पदमावती की तबीयत बिगडी, दिल्ली एम्स रेफर Haridwar News
अनशन कर रही साध्वी पदमावती की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पहले स्थानीय एक निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद एम्स दिल्ली रेफर कर दिया गया।
हरिद्वार, जेएनएन। मातृसदन में अनशन कर रही साध्वी पदमावती की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पहले स्थानीय एक निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली रेफर कर दिया गया। उनके साथ सरकारी डॉक्टरों की टीम भी गई है।
साध्वी 15 दिसंबर से गंगा रक्षा से जुड़ी छह मांगों को लेकर अनशन पर हैं। इस बीच, पिछले महीने 30 जनवरी को उन्हें प्रशासन ने देहरादून स्थित सरकारी मेडिकल कालेज में भर्ती किया था, लेकिन साध्वी की इच्छानुसार और स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट सामान्य आने पर डॉक्टरों ने अगले ही दिन उन्हें छुट्टी दे दी थी। सोमवार सुबह साध्वी की तबीयत बिगड़ गई। मातृसदन के संत उन्हें उपचार के लिए रामकृष्ण अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी।
इस पर मातृसदन के ब्रह्मचारी संत दयानंद कुछ महिला संतों के साथ साध्वी को निजी एंबुलेंस में दिल्ली एम्स लेकर चले। बहादराबाद से कुछ आगे शांतरशाह पुलिस चौकी के पास एडीएम केके मिश्रा और सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने प्रशासन की अनुमति बगैर साध्वी को दिल्ली जाने से रोक दिया। अधिकारियों ने साध्वी के स्वास्थ्य का हवाला देकर उन्हें एम्स ऋषिकेश ले जाने का सुझाव दिया। मगर, मातृसदन के संत इसके लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने साध्वी की जान को खतरा होने की आशंका जताते हुए वहां जाने से साफ इन्कार कर दिया। इसको लेकर संतों की अधिकारियों से नोक-झोंक भी हुई। उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद संतों को उन्हें दिल्ली एम्स ले जाने की अनुमति दी गई। सरकारी डॉक्टरों की एक टीम भी साध्वी के साथ भेजी गई।
दो दिन पहले एसडीएम ने दी थी सलाह
मातृसदन में साध्वी का नियमित अंतराल पर सरकारी डाक्टर स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे थे। उनका स्वास्थ्य में गिरावट आने की रिपोर्टों के चलते दो रोज पहले एसडीएम कुश्म चौहान ने मातृसदन को इस संबंध में पत्र लिखा था। उन्होंने साध्वी की सेहत का हवाला देकर उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी थी।
साध्वी की ये हैं मांगें
- गंगा पर निर्माणाधीन व प्रस्तावित सभी बांधों को निरस्त किया जाए
- गंगा में प्राकृतिक प्रवाह को दुरुस्त रखने के लिए ई-फ्लो(पयार्वरण प्रवाह) की ठोस व्यवस्था बनाई जाए।
- गंगा में खनन से संबंधित एनजीटी के आदेशों का अक्षरश: पालन किया जाए
- गंगा एक्ट के लिए सरकार राष्ट्रीय स्तर पर विस्तृत चर्चा करे
- एनजीटी के जज राघवेंद्र राठौर को गंगाद्रोही घोषित किया जाए
- हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज.एस को निलंबित कर उनकी जांच की जाए
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आत्मबोधानंद का अनशन जारी
मातृसदन में साध्वी के साथ ही संत आत्मबोधानंद भी 30 जनवरी से अनशन पर हैं। सोमवार को उनके अनशन का 19वां दिन था।
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