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रुड़की जेल का भी रहा दागदार इतिहास

जेल के बाहर ही डिप्टी जेलर की हत्या और फिर गैंगवार की घटना से रुड़की जेल प्रदेश में बदनाम जेलों में शुमार हो चुकी है।

By Edited By: Published: Tue, 10 Jul 2018 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 10 Jul 2018 09:44 PM (IST)
रुड़की जेल का भी रहा दागदार इतिहास
रुड़की जेल का भी रहा दागदार इतिहास

रुड़की, [जेएनएन]: रुड़की जेल अपराधों को लेकर कई बार सुर्खियों में रह चुकी है। बात चाहे जेल से बंदियों के भागने की रही हो या फिर यहां से बैठकर नेटवर्क चलाने की। हर बार जेल के अंदर से ही वारदातों के तार जुड़े हुए मिले हैं। जेल के बाहर ही डिप्टी जेलर की हत्या और फिर गैंगवार की घटना से रुड़की जेल प्रदेश में बदनाम जेलों में शुमार हो चुकी है। 

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रुड़की जेल 31 मई 2005 को पहली बार सुर्खियों में आई थी। रुड़की जेल से एक साथ पांच बंदी दीवार फांदकर फरार हो गए थे, जिससे प्रदेश में रुड़की जेल प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी। हालांकि बाद में बंदी पकड़े गए थे। इस घटना के दो साल बाद एक बंदी फिर सुरक्षा में सेंध लगाकर फरार हो गया था। वर्ष 2011 में डिप्टी जेलर नरेंद्र खंपा की हत्या से रुड़की जेल फिर सुर्खियों में आई थी। जेल में बंद राठी ने अंदर ही योजना का तानाबाना बुना था। जेल से ही इसकी मुखबिरी हुई थी। इसके बाद वर्ष 2014 में गैंगवार की घटना हुई थी। इस वारदात में जेल के तत्कालीन जेलर राकेश वर्मा का नाम सामने आया था। गैंगवार के बाद भी कई बार बदमाश जेल के अंदर से मोबाइल चला चुके हैं। पिछले साल एक कुख्यात के जेल से मोबाइल लोकेशन मिलने पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके और जिलाधिकारी दीपक रावत ने जेल में छापा मारा था, लेकिन कुख्यात ने मोबाइल छिपा दिया था। वहीं रुड़की जेल में बंद गैंगस्टर की कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या कर दी गई थी। इस मामले में भी जेल से रैकी होने की बात सामने आई थी। इन तमाम घटनाओं के बाद भी रुड़की जेल से बदमाशों का नेटवर्क जारी है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि जेल से अपराध का नेटवर्क चलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जिले के सभी कारोबारियों की बढ़ाई सुरक्षा कुख्यात मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद जिले के उन तमाम कारोबारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिनसे सुनील राठी ने रंगदारी मांगी थी और इन लोगों ने रंगदारी देने के बजाय पुलिस से शिकायत की थी। इन कारोबारियों की सुरक्षा को लेकर भी पुलिस की चिंता बढ़ी है। 

पुलिस सूत्रों की मानें तो कुछ कारोबारियों को जब बागपत जेल के अंदर हत्या की जानकारी लगी, तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों को फोन कर चिंता जताई। पुलिस अधिकारियों की तरफ से इन कारोबारियों को सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है। रुड़की के चार कारोबारियों को राठी से धमकी मिली है। इनमें सभी को दो-दो गनर दिए गए हैं। मंगलौर के एक कारोबारी तथा हरिद्वार के दो कारोबारियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि इन कारोबारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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