रुड़की में सील दवा फैक्ट्री पर छापा, भारी मात्रा में कच्चा माल बरामद
शनिवार को रुड़की में ड्रग विभाग ने नकली दवा बनाने के मामले में सील की गई एक फैक्ट्री में छापा मारा। इस दौरान ड्रग विभाग की टीम को फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली दवा और कच्चा माल बरामद किया है।
संवाद सहयोगी, रुड़की। रुड़की में ड्रग विभाग ने विजिलेंस और पुलिस के सहयोग से पिछले साल नकली दवा बनाने के मामले में सील की गई फैक्ट्री पर शनिवार को छापा मारा। इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली दवा के पैक व कच्चा माल बरामद किया गया। फैक्ट्री संचालक को पिछले साल ही गिरफ्तार किया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से नकली दवा बनाने के धंधे में लिप्त हो गया था। कोरियर सेंटर पर पकड़ी गई नकली दवा इसी फैक्ट्री की थी।
दो दिन पहले ड्रग विभाग की टीम ने रुड़की के मालवीय चौक के समीप स्थित एक कोरियर सेंटर से 11 लाख रुपये की नकली दवा बरामद की थी। यह दवा कोरियर के माध्यम से इलाहाबाद भेजी जा रही थी। दवा पर काशीपुर की एक फार्मा कंपनी का नाम था, लेकिन यह कंपनी वहां पर रजिस्टर्ड नहीं थी, जिससे यह साफ हो गया था कि दवा नकली थी। तभी से ड्रग विभाग मामले की जांच पड़ताल में जुटा था। शनिवार को ड्रग विभाग की टीम ने विजिलेंस देहरादून व गंगनहर कोतवाली पुलिस के साथ सालियर में माधोपुर मार्ग पर बीआर फार्मा कंपनी पर छापा मारा। यह फैक्ट्री सील थी, लेकिन जब टीम अंदर पहुंची तो वहां पर दवा बन रही थी। काफी कच्चा माल पड़ा था। इसके अलावा भारी मात्रा में तैयार दवा पेटियों में पैक रखी थी।
ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि पिछले साल 23 अगस्त को भी इस कंपनी पर छापा मारा गया था। यहां से करीब दो करोड़ रुपये की नकली दवा बरामद हुई थी। इसके बाद फैक्ट्री को सील कर दिया था। फैक्ट्री संचालक प्रवीण त्यागी निवासी इकडी, कोतवाली सरधना, उत्तर प्रदेश हाल निवासी आर्य विहार रुड़की व उसके साथ कपिल त्यागी को गिरफ्तार किया था। छह माह पूर्व प्रवीण त्यागी जमानत पर रिहा हुआ।
इसके बाद उसने फिर से नकली दवा बनाने का धंधा शुरू कर दिया। फैक्ट्री में केवल अभी गार्ड मिला है। फैक्ट्री में दवा का उत्पादन हो रहा था। इसके पुख्ता प्रमाण यहां मौजूद हैं। फैक्ट्री में पैक दवा ज्यादातर एंटी बायोटिक हैं। दवा को जब्त किया जा रहा है। आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। दवा के सैंपल जांच को भेजे जा रहे हैं। कोरियर से बरामद दवा इसी फैक्ट्री से गई थी। इसके भी पुख्ता प्रमाण मिल गए हैं। आरोपित की तलाश की जा रही है। टीम में विजीलेंस देहरादून से संजय सिंह भी मौजूद रहे।