दारोगा मामले में जांच की निष्पक्षता पर उठे सवाल
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एडिशनल एसपी यौन शोषण मामले के नाटकीय पटाक्षेप के बाद अब दारोग
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एडिशनल एसपी यौन शोषण मामले के नाटकीय पटाक्षेप के बाद अब दारोगा प्रकरण की जांच सवालों के घेरे में है। एडिशनल एसपी की तरह दारोगा भी अभी तक अपनी पुरानी तैनाती पर जमा हुआ है। हैरानी की बात यह है कि दारोगा के साथ-साथ पीड़िता का परिवार भी रुड़की क्षेत्र में है। किशोरी के परिवार पर दबाव बनाने की चर्चाएं भी महकमे में बराबर सुनी जा रही हैं। इन परिस्थितियों में जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।
हरिद्वार में सीओ सिटी रहे एएसपी परीक्षित कुमार पर एक महिला कांस्टेबल के यौन उत्पीड़न का मामला पूरे प्रदेश के पुलिस महकमे में छाया रहा। जांच पूरी होने से पहले ही एडिशनल एसपी ने माफी मांग ली और पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हालांकि इसके बाद रुड़की क्षेत्र का छह महीने से दबा एक दारोगा से जुड़ा प्रकरण बोतल से बाहर आ गया। अपर पुलिस महानिदेशक को मिली गुप्त शिकायत के बाद एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी है। जांच शुरू हुए एक हफ्ते से ज्यादा वक्त बीत चुका है, पर दारोगा भी एडिशनल एसपी की तरह अपने पुराने तैनाती स्थल पर मजबूती से जमा हुआ है। जबकि पुलिस विभाग में ऐसी चर्चा आम है कि आरोपित दारोगा व उसके शुभ¨चतक जांच शुरू होने के बाद कई मर्तबा पीड़िता व उसके परिवार से संपर्क साध चुके हैं। इतना ही नहीं उससे शपथ पत्र लेने तक की चर्चा भी दबी जुबान में सुनी जा रही है।
ऐसे में यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या महिला कांस्टेबल की तरह यह मामला भी रफा-दफा हो जाएगा। जबकि गुप्त शिकायत के साथ पीड़िता के बयानों की एक सीडी भेजने की बात भी सामने आ रही है, जिसमें पीड़िता खुलकर सारे सवालों का जवाब देती दिख रही है। तो क्या इसी कारण कुछ अफसर दारोगा के पक्ष में मोर्चाबंदी में जुटे हैं। ऐसे तमाम सवाल जांच पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
एक और दारोगा की दोबारा खुलेगी फाइल
पुलिस विभाग में एक के बाद एक दबी फाइलें खुल रही हैं। रुड़की में ही तैनात एक और दारोगा की पुरानी फाइल दोबारा खुलने जा रही है। दारोगा पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाते हुए आला अधिकारियों से शिकायत की थी। जिस पर दारोगा सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। लेकिन बाद में फाइनल रिपोर्ट के साथ मुकदमे की फाइल बंद हो गई थी। सूत्र बताते हैं कि आला अधिकारियों ने जांच रि-ओपन करने के लिए हरी झंडी दे दी है। संयोग से दूसरा दारोगा भी इन दिनों रुड़की क्षेत्र में तैनात है। इस मामले की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए गए थे। दारोगा जांच के दौरान भी पुरानी जगह तैनात है, इस बारे में अधीनस्थों से जानकारी ली जाएगी। जांच को किसी सूरत प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। निष्पक्ष जांच कराते हुए रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।-------- अशोक कुमार, एडीजीपी लॉ एंड आर्डर, उत्तराखंड