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.दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे विक्रम चालक, यात्रियों ने झेली परेशानी

शहर से भगवानपुर के बीच संचालित होने वाले 250 विक्रम चालकों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रही। सोमवार को हड़ताल का असर जन सामान्य पर पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Feb 2019 09:11 PM (IST)Updated: Mon, 04 Feb 2019 09:11 PM (IST)
.दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे विक्रम चालक, यात्रियों ने झेली परेशानी
.दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे विक्रम चालक, यात्रियों ने झेली परेशानी

जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर से भगवानपुर के बीच संचालित होने वाले 250 विक्रम चालकों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रही। सोमवार को हड़ताल का असर जन सामान्य पर पड़ा। इसके चलते स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री वाहनों की तलाश में भटकते रहे। चालकों ने एसडीएम चौक पर विक्रम खड़े कर जमकर नारेबाजी की। साथ ही एक ज्ञापन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपा।

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रुड़की-भगवानपुर के बीच संचालित होने वाले विक्रम चालकों ने रविवार से हड़ताल शुरू कर दी थी। रविवार को तो हड़ताल का असर दिखाई नहीं दिया, लेकिन सोमवार सुबह से ही हड़ताल की वजह से लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। स्कूल, घर, दफ्तर जाने में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रुड़की-भगवानपुर रूट पर तो रोडवेज बस कम होने के चलते सबसे अधिक परेशानी हुई। वहीं शहर में भी कई जगह लोग पैदल या ई-रिक्शा का सहारा लेते नजर आए। विक्रम चालक यूनियन अध्यक्ष देशराज सैनी के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए विक्रम चालक सिविल लाइंस स्थित एसडीएम चौक पर एकत्र हुए। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरोप लगाया कि सहारनपुर से रुड़की के बीच संचालित होने वाली प्राइवेट बसें राजमार्ग पर चलने के लिए अधिकृत नहीं हैं और न ही उन्हें परमिट दिए गए हैं। कहा कि जब तक प्राइवेट बसों का संचालन बंद नहीं हो जाता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान राशिद अली, इफराल, अब्दुल रहमान, शहजूर, जब्बार, फरमान, मासूम, शकील, सामून आदि मौजूद रहे।

यह हैं प्रमुख मांगें

- परमिट रूट पर ही हो प्राइवेट बसों का संचालन।

- रोडवेज बस अड्डे से प्राइवेट बसों को हटाया जाए, इससे हर समय रहता है जाम।

- विक्रम के टैक्स, बीमा और फिटनेस में की गई बढ़ोत्तरी को किया जाए कम।

- रुड़की में कराई जाए ऑटो स्टैंड की व्यवस्था।

- शहर के प्रमुख मार्गों पर केवल विक्रम का ही हो संचालन।

- तीन दिन पूर्व तीन विक्रम चालकों पर किए गए हमले के मामले की दर्ज हो रिपोर्ट।


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