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निगम कर्मचारियों और दुकानदारों में तीखी नोकझोंक

जागरण संवाददाता, रुड़की: कांवड़ पटरी पर बुध बाजार में पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाए जाने

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 05:09 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 05:09 PM (IST)
निगम कर्मचारियों और दुकानदारों में तीखी नोकझोंक
निगम कर्मचारियों और दुकानदारों में तीखी नोकझोंक

जागरण संवाददाता, रुड़की: कांवड़ पटरी पर बुध बाजार में पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाए जाने के दौरान बुधवार को नगर निगम के कर्मचारियों और दुकानदारों में तीखी नोकझोंक हो गई। हंगामे की सूचना पर सफाई निरीक्षक होमगा‌र्ड्स को लेकर मौके पर पहुंची। इस दौरान भी कुछ देर तक काफी बहस होती रही। बाद में मामला शांत हुआ। वहीं पॉलीथिन रखने वाले दुकानदार का पांच हजार रुपये का चालान काटा गया है।

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नगर निगम ने काफी समय से शहर में पॉलीथिन, गंदगी और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। बुधवार को कांवड़ पटरी पर लगने वाले बुध बाजार में निगम के कर्मचारियों ने पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाया। यहां पर कर्मचारियों ने एक दुकान पर पॉलीथिन पकड़ी। जब निगम के कर्मचारी पॉलीथिन पकड़े जाने पर दुकानदार का चालान काटने लगे तो दुकानदार और उनके बीच तीखी बहस हो गई। इस पर कर्मचारियों ने कहा कि वह दुकानदार का चालान काटने के साथ ही सामान भी जब्त कर देंगे। इस पर दुकानदार और भड़क गया। कर्मचारियों ने इसकी सूचना निगम अधिकारियों को दी। हंगामे की सूचना मिलने पर सफाई निरीक्षक मंशा नेगी होमगा‌र्ड्स की टीम को साथ लेकर कांवड़ पटरी पर पहुंची। वहीं आसपास के दुकानदार भी आ गए। इस दौरान पॉलीथिन का इस्तेमाल करने वाले दुकानदार ने कहा कि पॉलीथिन पर दो सौ रुपये का चालान काटा जाता है। जबकि निगम की टीम उनका पांच हजार का चालान काट रही है। चालान की रकम को लेकर काफी देर तक बहस होती रही। बाद में जाकर मामला शांत हुआ। वहीं निगम की टीम ने दुकानदार का पांच हजार का चालान काटा।

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फैक्ट्री क्यों नहीं करवाते बंद

रुड़की: नगर निगम की टीम की ओर से पॉलीथिन रखने पर बुध बाजार में दुकानदार का चालान काटने पर आसपास के दुकानदारों में भी गुस्सा देखने को मिला। दुकानदारों ने कहा कि छोटी-छोटी दुकानों से पॉलीथिन जब्त करके गरीबों को परेशान किया जा रहा है। जबकि इसका कोई फायदा नहीं है। दुकानदारों ने कहा कि प्रशासन और निगम की टीम उन फैक्ट्रियों को क्यों नहीं बंद करती है, जहां पर पॉलीथिन बन रही हैं।


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