पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बिना आर्थिक सहायता देने में आ रही दिक्कत
जागरण संवाददाता, रुड़की: जहरीली शराब कांड में हरिद्वार जिले में छह लोग ऐसे हैं, जिनक
जागरण संवाददाता, रुड़की: जहरीली शराब कांड में हरिद्वार जिले में छह लोग ऐसे हैं, जिनकी मौत के बाद उनके अब तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाए हैं। ऐसे में बगैर पोस्टमार्टम के उन्हें आर्थिक सहायता देने में अड़चन आ रही है। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी विधानसभा समिति के सामने इस तथ्य को रखा। वहीं ग्राम प्रधान ने मांग उठाई कि ऐसे परिवारों को भी समान रूप से आर्थिक सहायता दी जाए। इस पर समिति अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि वह अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे। उनसे मांग करेंगे कि पुलिस कार्रवाई और प्रशासनिक रिपोर्ट के आधार पर ही पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए।
सात फरवरी को बाल्लुपुर गांव में जहरीली शराब पीने से हरिद्वार जिले में 38 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें अधिकांश के पोस्टमार्टम हो गए थे, लेकिन छह लोगों का बगैर पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। इनमें ¨बडू खड़क निवासी जसबीर ¨सह, बालूपुर निवासी मांगेराम, प्रमोद कुमार निवासी ग्राम चुड़ियाला समेत कुल छह लोग है। ¨बडू खड़क के ग्राम प्रधान शिवकुमार ने कमेटी को बताया कि प्रशासनिक अधिकारी यह कह रहे हैं कि बिना पोस्टमार्टम के किसी को आर्थिक सहायता नहीं दी जा सकती है। इस पर विधानसभा समिति के अध्यक्ष खजान दास ने कहा कि कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी। साथ ही, मुख्यमंत्री और सदन से मांग करेगी कि बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट वाले पीड़ित परिवारों को भी आर्थिक सहायता दी जाए।
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बीमार व्यक्तियों के लिए बढ़ाई जाए धनराशि
रुड़की: ¨बडू खड़क गांव के मैनपाल ¨सह, सेठपाल परमार ने कमेटी को बताया कि कई लोगों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज हुआ है। दो से तीन लाख रुपये तक खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जो 50-50 हजार रुपये की घोषणा की गई है, वह बेहद कम है। लिहाजा इस राशि को बढ़ाया जाए। या फिर निजी अस्पताल के खर्च को सरकार वहन करें।