निरंजनी अखाड़ा के संत की मौत सामान्य नहीं : स्वामी शिवानंद
प्रयागराज में निरंजनी अखाड़ा के महंत आशीष गिरी की गोली लगने से हुई मौत के मामले में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने जांच की मांग की है।
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: प्रयागराज में निरंजनी अखाड़ा के महंत आशीष गिरी की गोली लगने से हुई मौत के मामले में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि महंत की मौत को भले ही आत्महत्या बताया जा रहा हो, लेकिन यह सामान्य प्रतीत नहीं होती। सच्चाई सामने आनी चाहिए। उत्तराखंड में खनन को लेकर उन्होंने कहा कि राजनीतिक संरक्षण के कारण माफिया के हौसले बुलंद हैं।
मंगलवार को मातृसदन आश्रम में मीडिया से बातचीत में स्वामी शिवानंद ने कहा कि हरिद्वार में धर्म के ठेकेदार धर्म की आड़ में न जाने क्या-क्या खेल-खेल रहे हैं। कभी कोई संत फरार हो जाता है तो कभी किसी की रहस्यमय ढंग से मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि महंत आशीष गिरी ने खुद को गोली मारकर आत्म हत्या कर लिया जाना कोई सामान्य बात नहीं है। इसके पीछे-पीछे कुछ न कुछ रहस्य जरूर छिपा हुआ है।
खनन को लेकर स्वामी शिवानंद ने कहा कि प्रदेश में खनन माफिया के हौसले इस कदर बढ़ गए हैं कि वह कभी किसी पुलिस वाले पर गाड़ी चढ़ा देता है तो कभी किसी अधिकारी को रौंदने का दुस्साहस कर देता है, लेकिन सरकार खनन माफिया पर कुछ भी कार्रवाई नहीं करती है। कहा कि अवैध खनन के पीछे सरकार के साथ ही बड़े राजनीतिक संरक्षण का हाथ है। कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर दस दिन का समय दिया जाएगा।