वर्तमान समय मुश्किल भरा, संयम व समझदारी जरूरी
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की अध्यक्ष डॉ. कल्पना सैनी ने कहा कि वर्तमान समय मुश्किलों से भरा है। इससे जल्द पार पा लिया जाएगा लेकिन तब तक संयम और समझदारी जरूरी है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की अध्यक्ष डॉ. कल्पना सैनी ने कहा कि वर्तमान समय मुश्किलों से भरा है। इससे जल्द पार पा लिया जाएगा, लेकिन तब तक संयम और समझदारी जरूरी है। कोरोना को हर हाल में हराना है। कोरोना को हराने के लिए शारीरिक दूरी बनाकर रखें और मुंह पर अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं। साथ ही, बार-बार हाथों को साबुन से धोएं। बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करें। कोरोना काल में शिक्षा पर बुरा असर पड़ा है। इसलिए बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें।
वासुदेव लाल मैथिल सरस्वती शिशु मंदिर में सोमवार को अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का विषय कोरोना काल में अभिभावकों की भूमिका रहा। सम्मेलन में शिशु शिक्षा समिति उत्तराखंड के सह प्रदेश निरीक्षक विनोद रावत ने कहा कि कोरोना वायरस एक अज्ञात शत्रु है इससे पार पाना अभी मुश्किल है। भारत सहित पूरा विश्व इस वायरस की कैद में है। सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पिछले आठ माह से भी अधिक समय से छात्र प्रत्यक्ष शैक्षिक गतिविधियों से वंचित है। इस कालखंड में विद्या भारती संगठन एवं विद्यालय के आचार्य परिवार आपके पाल्यों के नियमित शिक्षण एवं अन्य शैक्षिक गतिविधियों की बराबर चिता कर रहा है। विद्यालयों का कार्य अभिभावकों के सहयोग पर ही निर्भर है। कोतवाली रुड़की प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को सुविधा देने के साथ ही अच्छे संस्कार, अच्छे विचार, अच्छी संगत पर भी ध्यान दें। उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण काल में सबसे ज्यादा प्रभावित अगर कोई हुआ है, तो वो निजी विद्यालयों का प्रबंधन तंत्र एवं अध्यापक हैं। इस विपत्ति के समय में अभिभावकों को विद्यालय में निजी विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों के बारे में भी सोचना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परिवार प्रबोधन गतिविधि के प्रदेश सदस्य देशबंधु ने की।