पेराई सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी चीनी मिल
इस बार जिले में चीनी मिलें जल्द पेराई सत्र की शुरुआत करेंगी।
जागरण संवाददाता, रुड़की: इस बार जिले में चीनी मिलें जल्द पेराई सत्र की शुरुआत करेंगी। मानसून कमजोर होने के साथ ही मिलों में मरम्मत का काम तेजी से शुरू हो गया है। चीनी मिलों में यार्डों को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा किसानों ने भी क्रय केंद्रों को लेकर प्रस्ताव दे दिए हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में क्रय केंद्र आवंटित होने के आसार हैं।
जिले में इस बार 54 हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती की गई है। 77 हजार किसान ऐसे हैं जो चीनी मिलों को ही गन्ने की आपूर्ति करते हैं। किसानों की कोशिश रहती है कि चीनी मिलें जल्द पेराई सत्र की शुरुआत करें ताकि किसान समय से गन्ने की कटाई कर गेहूं की बुआई कर सकें। इस बार जिले में गन्ना कोल्हू, पावर क्रशर आदि की संख्या काफी बढ़ गई है। ऐसे में मिल कम गन्ना मिलने की आशंका जता रहे हैं। इसलिए चीनी मिलों ने पेराई सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना अनिल कुमार सिंह ने बताया कि यार्ड तैयार हो गए है। बॉयलर से लेकर क्रेन आदि की मरम्मत की जा रही है। वहीं दूसरी ओर इकबालपुर चीनी मिल के प्लांट हेड सुरेश शर्मा ने बताया कि मिल में मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। 15 अक्टूबर तक मरम्मत पूरी होने की उम्मीद है। नवंबर के प्रथम सप्ताह से मिल को चालू करने की तैयारी है। बताते चलें कि पिछले साल लक्सर एवं लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने नवंबर माह के पहले सप्ताह में पेराई सत्र की शुरुआत की थी। लेकिन, इकबालपुर चीनी मिल करीब एक माह बाद 12 दिसंबर को चालू हो सकी थी।