हर दिन नया खुलासा, जुड़ नहीं पा रही कड़ियां
जहरीली शराब से हरिद्वार और सहारनपुर जिले में ग्रामीणों की मौत के बाद दोनों राज्यों की पुलिस हर रोज नए खुलासे करने का दावा कर रही है। एक दिन सहारनपुर के एसएसपी हरिद्वार आकर खुलासे में शामिल होते हैं तो अगले दिन हरिद्वार के एसएसपी सहारनपुर पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा होते हैं।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जहरीली शराब से हरिद्वार और सहारनपुर जिले में ग्रामीणों की मौत के बाद दोनों राज्यों की पुलिस हर रोज नए खुलासे करने का दावा कर रही है। एक दिन सहारनपुर के एसएसपी हरिद्वार आकर खुलासे में शामिल होते हैं तो अगले दिन हरिद्वार के एसएसपी सहारनपुर पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा होते हैं। किश्तों में हो रहे खुलासों से पुलिस की कहानी भी उलझती नजर आ रही है।
पहले दिन की पड़ताल में झबरेड़ा का बाल्लुपुर गांव कच्ची शराब की मंडी के तौर पर सामने आया। घटना के बाद कच्ची शराब बनाने और बेचने वाले अपने घर छोड़कर भाग निकले। प्रथमदृष्टया बाल्लुपुर में ही शराब बनने की बात सामने आई। लेकिन, हरिद्वार पुलिस सहारनपुर से शराब आने का दावा करती रही। वहीं, सहारनपुर पुलिस ने इसके उलट हरिद्वार से शराब आने का दावा किया। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग की रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई कि उत्तराखंड से शराब की तस्करी के बाद सहारनपुर क्षेत्र के ग्रामीणों की मौत हुई। इसके साथ-साथ सहारनपुर पुलिस ने बाल्लुपुर गांव में तेरहवीं में उत्तर प्रदेश से ग्रामीणों के पहुंचने का दावा भी खारिज किया। इसके बाद खुलासे का दौर शुरू हुआ और दोनों राज्यों की पुलिस ने दो बाप-बेटों को गिरफ्तार कर रुड़की में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। गिरफ्तार बेटे की जुबानी अगली कहानी की भूमिका तैयार करते हुए पुलिस ने शराब बनाने वाले दो बाप-बेटों को गिरफ्तार कर सहारनपुर में खुलासा किया।
बड़ा सवाल यह है कि क्या अभी भी असली गुनहगाहर पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। अगर ऐसा है तो दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर क्या अपनी-अपनी नाकामी पर पर्दा डालने में जुटी हैं।