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रुड़की में फारूख हत्याकांड और गांव की रंजिश से तार जोड़ रही पुलिस Haridwar News

रुड़की में प्रधान की हत्या के तार पुलिस पांच साल पहले हुए फारूख हत्याकांड और गांव में चल रही रंजिश से जोड़कर देख रही है। पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 09:54 AM (IST)Updated: Sat, 21 Dec 2019 09:54 AM (IST)
रुड़की में फारूख हत्याकांड और गांव की रंजिश से तार जोड़ रही पुलिस Haridwar News
रुड़की में फारूख हत्याकांड और गांव की रंजिश से तार जोड़ रही पुलिस Haridwar News

रुड़की, जेएनएन। नगला कुबड़ा गांव के प्रधान की हत्या के तार पुलिस पांच साल पहले हुए फारूख हत्याकांड और गांव में चल रही रंजिश से जोड़कर देख रही है। पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है, लेकिन पुलिस के शक की सुई इन्हीं दोनों बिंदुओं पर टिकी है।

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नगला कुबड़ा गांव के प्रधान कमर आलम के भाई जिला पंचायत सदस्य  मुज्जमिल की कमेलपुर गांव निवासी फारूख से गहरी दोस्ती थी। दोनों ही प्रॉपर्टी डीलर थे। किसी बात को लेकर मुज्जमिल और फारूख से विवाद हो गया था। चार अक्टूबर 2010 को ग्रीन पार्क कॉलोनी में मुजम्मिल की फारूख पक्ष ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से कमर आलम और फारूख पक्ष के बीच रंजिश हो गई। 

इसी रंजिश में वर्ष 2014 में मंगलौर के एक होटल में आयोजित शादी समारोह में फारूख की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की इस घटना में फारूख के परिजनों ने कमर आलम पर मुकदमा दर्ज कराया था। कमर आलम इस मामले में जेल गया था। करीब डेढ़ साल पहले ही ग्राम प्रधान जमानत पर बाहर आया था। वहीं मुजम्मिल हत्याकांड के मामले में भी दूसरे पक्ष के लोग कुछ समय पहले ही जमानत पर बाहर आए थे।

पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों में इस मामले को लेकर आपस में सुलह करने की बात सामने आई थी। वहीं, गांव में भी ग्राम प्रधान की रंजिश किसी से चलने की बात सामने आई है। हाल ही में इस रंजिश के चलते ग्राम प्रधान के साथ दूसरे पक्ष से नोकझोंक और विवाद हुआ था। पुलिस इस बिंदु पर भी गहनता से जांच पड़ताल कर रही है। गंनगहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि फारूख हत्याकांड और गांव में हुई रंजिश के बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद ही हत्या की ठोस वजह सामने आएगी।

हत्या के बाद पुलिस बल तैनात

ग्राम प्रधान की हत्या के बाद किसी तरह का तनाव न हो। इसके लिए सिविल अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। भगवानपुर थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल, सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह समेत अन्य थानों की पुलिस को सिविल अस्पताल भेजा गया। ग्राम प्रधान की हत्या के बाद सिविल अस्पताल में ग्रामीणों की भीड़ लग गई। जिस किसी ने भी सुना वहीं सिविल अस्पताल की तरफ दौड़ पड़ा। नगला कुबड़ा गांव के  ग्रामीणों में भी ग्राम प्रधान की हत्या से आक्रोश है।

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परिजनों का बुरा हाल

हत्या के बाद ग्राम प्रधान का शव सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया। हत्या की घटना के बाद परिजन भी सिविल अस्पताल पहुंचे। ग्राम प्रधान की पत्नी और बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण किसी तरह से परिजनों को दिलासा देते रहे।

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