देहरादून कूच करने की जिद पर अड़े किसान, वार्ता विफल
Kisan Andolan भारतीय किसान यूनियन रोड गुट को मनाने में प्रशासन नाकाम रहा है। किसानों ने एलान किया कि आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। 21 जनवरी को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। प्रशासन भी यूनियन के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री से वार्ता कराने के लिए प्रयास कर रहा है।
जागरण संवाददाता, रुड़की(हरिद्वार)। Kisan Andolan भारतीय किसान यूनियन रोड गुट को मनाने में प्रशासन नाकाम रहा है। किसानों ने एलान किया कि अब आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। 21 जनवरी को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। प्रशासन भी यूनियन के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री से वार्ता कराने के लिए प्रयास कर रहा है।
मंगलवार को भाकियू रोड गुट के प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह रोड के नेतृत्व में किसान रुड़की प्रशासनिक भवन पर पहुंचे। यहां पर पंचायत का आयोजन किया गया। प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह रोड ने कहा कि राज्य सरकार का रवैया पूरी तरह से किसान विरोधी है। ढाई माह बीत जाने के बावजूद गन्ने का दाम घोषित नहीं किए गए है। घटतोली लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि चकबंदी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर शासन स्तर से आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि एसआइटी जांच के बाद चकबंदी विभाग के अफसरों एवं भूमाफिया पर मुकदमे तक दर्ज है। ऊर्जा निगम की ओर से लगातार किसानों को परेशान किया जा रहा है। बिजली चोरी के नाम पर किसानों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की इसी तरह से उपेक्षा की जाती रही तो किसी भी गांव में सरकार के मंत्री को नहीं घुसने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 21 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर यहां पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। किसान अब किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे।
इस मौके पर चौधरी कीरत सिंह ने कहा कि अब किसान आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। इस मौके पर जिलाध्यक्ष नाजिम अली, कुंवर संजीव कुशवाह, इरशाद प्रधान, अनीश प्रधान, शहजाद कारी, प्रधान उस्मान, मंजेश रोड, प्रवेज प्रधान आदि ने विचार व्यक्त किए।
किसानों को मनाने में जुटा प्रशासन
मंगलवार शाम को पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों के साथ वार्ता की और किसानों से देहरादून कूच कार्यक्रम को स्थगित करने का आग्रह किया। कहा कि किसानों के एक प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने का प्रयास किया जाएगा। किसान इस बात पर अड़े हैं कि वह पहले मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे, अन्यथा 21 को देहरादून कूच करेंगे। प्रशासन फिलहाल किसानों को मनाने में जुटा है।
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