बाहर फंसे अपनों को वापस लाने के लिए मांग रहे अनुमति
जागरण संवाददाता रुड़की लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने के लिए स्वज
जागरण संवाददाता, रुड़की: लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने के लिए स्वजन पुलिस से अनुमति मांग रहे हैं। पुलिस इन्हें एक निजी वाहन से बार्डर तक जाने की ही अनुमति दे रही है। आगे की अनुमति दूसरे राज्यों के अधिकारियों से लेने की बात पुलिस कह रही है।
शहर और देहात से हजारों की संख्या में लोग रोजगार की तलाश और पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में गए हैं। ऐसे में लॉकडाउन में वो वहीं फंसे हुए हैं। किसी के रुपये खत्म हो गए हैं तो किसी की बेटी हॉस्टल में अकेली रह रही है। ऐसे में स्वजनों को चिंता सताने लगी है। शनिवार को शहर की दोनों कोतवाली में करीब 20 लोग ऐसे पहुंचे थे। सैनिक कॉलोनी निवासी एक महिला की बेटी गाजियाबाद में नौकरी कर रही है। वह किराये के मकान में अकेली रह रही है। परिवार के लोग उसे लाने के लिए गंगनहर कोतवाली पुलिस से अनुमति मांगने पहुंचे थे। वहीं मकतूलपुरी निवासी एक बुजुर्ग की बेटी दिल्ली में पढ़ाई करती है। उसके बैंक खाते में रुपये भी समाप्त हो गए हैं। साथ ही अकेली होने के चलते उसे परेशानी आ रही है। बुजुर्ग ने भी दिल्ली से बेटी को लाने के लिए पुलिस से अनुमति मांगी है। वहीं रुड़की में नौकरी कर रहे लखनऊ निवासी युवक के पिता की तबीयत खराब है। ऐसे में युवक ने भी पुलिस से अनुमति मांगी है। वहीं सिविल लाइंस कोतवाली में भी रुड़की में नौकरी करने वाली दिल्ली की युवतियों ने घर जाने की अनुमति मांगी है। इसके अलावा केबिल और जरूरी सेवा से जुड़े लोग भी अपने यहां स्टाफ रखने की अनुमति पुलिस से मांग रहे हैं। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि उनकी ओर से ऐसे लोगों को बाहर से अपने परिवार को लाने की अनुमति दी जा रही है। हालांकि उप्र बार्डर में प्रवेश की अनुमति उप्र के अधिकारी ही प्रदान करेंगे।