प्रतियोगिता में बच्चों ने बनाए गाय एवं बछड़े के सुंदर चित्र
जागरण संवाददाता, रुड़की: गोशाला सभा चावमंड के तत्वावधान में दो दिवसीय गोपाष्टमी महोत्सव का अ
जागरण संवाददाता, रुड़की: गोशाला सभा चावमंड के तत्वावधान में दो दिवसीय गोपाष्टमी महोत्सव का आगाज हो गया। गुरुवार को बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
गोशाला परिसर में धूमधाम और श्रद्धापूर्वक गोपाष्टमी महोत्सव मनाया जा रहा है। गुरुवार को महोत्सव के पहले दिन प्राइमरी, जूनियर और सीनियर वर्ग में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। बच्चों ने गाय एवं बछड़े के सुंदर-सुंदर चित्र बनाए। वहीं गोशाला के सफल संचालन में सहयोग करने वाले दानदाताओं को गोशाला सभा की ओर से सम्मानित किया गया। वहीं गोपाष्टमी महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रात: छह बजे से ही श्रद्धालुओं की ओर से पूजा-अर्चना प्रारंभ कर दी जाएगी। जबकि सभा की ओर से गोशाला में सुबह दस बजे हवन एवं गो पूजन किया जाएगा। शाम पांच बजे गोवर्धन महाराज की विशेष आरती एवं परिक्रमा की जाएगी। जबकि साढ़े पांच बजे गोवर्धन महाराज को छप्पन भोग का प्रसाद अर्पित किया जाएगा। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम और चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता पुरस्कृत होंगे। गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज की 31 फुट लंबी भव्य प्रतिमा बनाई गई है। इस मौके पर गोशाला सभा के अध्यक्ष एचएम कपूर, महामंत्री विरेंद्र कुमार गर्ग एडवोकेट, कोषाध्यक्ष प्रवीण सब्बरवाल, सहमंत्री प्रवीण संधू समेत अन्य पदाधिकारी, सदस्य और श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कानून बनाकर गोहत्या पर लगाएं पूर्ण प्रतिबंध
रुड़की: गोपाष्टमी के उपलक्ष्य में राजपुताना स्थित सोना देवी मंदिर में गोकथा का आयोजन किया जा रहा है। गुरुवार को कथा व्यास आचार्य रमेश सेमवाल ने कहा कि भारत भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण का देश है। यहां पर गोहत्या होना दुर्भाग्यपूर्ण है। देशी गोवंश समाप्त होता जा रहा है। कथा व्यास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण गोभक्त थे। वे नंगे पैर गायों को चराने जाते थे। कहा केंद्र सरकार को गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा देना चाहिए। कानून बनाकर गोहत्या पर पूर्णरूप से प्रतिबंध लगाना चाहिए। कथा सुनने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस मौके पर रामकुमार गुप्ता, चित्रा गोयल, राधा, मुकेश पैन्यूली आदि मौजूद रहे। (जासं)