ऑनलाइन क्लास से परेशान हैं अभिभावक
बच्चों की ऑनलाइन क्लास ने अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
संवाद सहयोगी, रुड़की: बच्चों की ऑनलाइन क्लास ने अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऑनलाइन मिलने वाले कार्य को अधिकांश बच्चे नहीं कर पा रहे हैं। जिसके चलते अभिभावक उनका कार्य पूरा करा रहे हैं। अभिभावकों के मोबाइल भी पूरा-पूरा दिन अब बच्चों के पास ही रहते हैं। जिससे अभिभावकों को जरूरी कॉल तक करने में परेशानी हो रही है।
कोविड-19 के चलते मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन के बाद से स्कूल बंद हैं। बच्चों का घर ही उनका क्लास रूम बन गया है। स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास चलाई हुई है। यह क्लास स्कूल के समय शुरू हो जाती है। मोबाइल आदि के जरिये बच्चे ऑनलाइन क्लास में शामिल होते हैं। दोपहर तक बच्चों की ऑनलाइन क्लास चलती है। ऑनलाइन क्लास खत्म होने के बाद भी शिक्षक-शिक्षिकाओं के दिए कार्य को करने में जुट जाते हैं। बच्चे इस कार्य के लिए अभिभावक का सहयोग लेते हैं। अभिभावकों का कहना है कि ऑनलाइन क्लास और मिलने वाले कार्य को करने में पूरा दिन ही बच्चों के पास मोबाइल रहता है। जिससे वह अपने जरूरी कॉल भी नहीं कर पाते हैं। इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत गृहणियों को आ रही है। प्रेम नगर निवासी प्रीति का कहना है कि बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के कारण उनका जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। बच्चों को अब ज्यादा समय देना पड़ रहा है। डिफेंस कॉॅॅलोनी निवासी शिखा का कहना है कि ऑनलाइन क्लास और मोबाइल पर बच्चों को मिलने वाले कार्य के कारण उनका मोबाइल बच्चों के पास ही रहता है। स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं भी ऑनलाइन क्लास लेने के बाद भी वाट्सएप पर काम भेजते रहते हैं। मकतूलपुरी निवासी रूचि का कहना है कि स्कूलों को एक निर्धारित समय रखना चाहिए। उसके बाद कोई कार्य नहीं देना चाहिए।