खरंजा रेलवे फाटक पर आये दिन जान गंवा रहे हैं लोग
संवाद सूत्र लक्सर खरंजा कुतुबपुर गांव के समीप रेलवे फाटक पर हादसों का सिलसिला थम नहीं
संवाद सूत्र, लक्सर : खरंजा कुतुबपुर गांव के समीप रेलवे फाटक पर हादसों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बीते दो सप्ताह में यहां चार लोग रेलवे फाटक पार करते समय ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। ग्रामीणों ने फाटक पर तैनात रेलकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों की ओर से रेल मंत्रालय को इसकी शिकायत भेजी गई है।
मुरादाबाद-सहारनपुर रेलखंड पर लक्सर रायसी रेलवे स्टेशन के मध्य खरंजा कुतुबपुर गांव के समीप रेलवे फाटक बना है। क्षेत्र के मुंडाखेड़ा कलां, अकौढ़ा, खरंजा कुतुबपुर आदि गांवों के ग्रामीणों का यहां से आवागमन होता है, लेकिन पिछले काफी समय से यहां लगातार हादसे हो रहे हैं। मंगलवार को एक युवक की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई। दो दिन पूर्व भी यहां एक युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इससे पूर्व भी कई लोग यहां रेलवे लाइन क्रॉस करते समय ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार हर माह यहां एक-दो हादसे होते हैं। ग्रामीण इसके लिए फाटक पर तैनात रेलकर्मियों की लापरवाही को भी जिम्मेदार ठहराते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां तैनात रेलकर्मी अक्सर शराब के नशे में रहते हैं। कई बार यह फाटक को काफी देर पहले ही बंद कर ताश इत्यादि खेलने लगते हैं। ग्रामीणों की ओर से इस बारे में रेल मंत्रालय को शिकायत कर यहां तैनात कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। शिकायत करने वालों में राजेश, राजू, फुरकान, इस्लाम, नसीम, राजवीर, गोपाल, महेंद्र सिंह, सुभाष, सुरेंद्र सिंह, दिनेश, शहीद आदि कई ग्रामीण शामिल हैं।