बिन ड्रेनेज बना दी कॉलोनियां, अब जलभराव से परेशान
संवाद सहयोगी रुड़की शहर में लगातार नई कालोनियां बनाई जा रही हैं लेकिन कालोनी बनाते
संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर में लगातार नई कालोनियां बनाई जा रही हैं, लेकिन कालोनी बनाते समय मूलभूत सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिम्मेदार महकमे भी इन बातों से अनजान बने रहे। कालोनियां बनाते समय जल निकासी पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है, जिससे कालोनियों में जलभराव की समस्या बढ़ती जा रही है। बरसात के दिनों में यह समस्या विकराल हो जाती है।
शहर में दो दशक के भीतर जबरदस्त विकास हुआ। शहर और आसपास तीन दर्जन से अधिक नई कालोनियां बनी। कालोनियों में एक से एक मकान बने हैं, जिन्हें देखकर यह कालोनियां पॉश कालोनी नजर आती है। अधिकांश कालोनियों में अब समस्या ही समस्याएं नजर आ रही हैं। कालोनियों में सड़कें तो बनी हैं, लेकिन पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा या फिर कालोनी के खाली प्लाटों में जमा हो रहा है। कई लोगों ने पानी इस समस्या को दूर करने के लिए बोरिग करा लिया है, जिससे उनके घर का पानी अब नाली या फिर सड़क के स्थान पर नीचे जमीन में ही जा रहा है। जमीन में छोड़ा जा रहा यह पानी भविष्य में कितनी बीमारियां लेकर आएगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। बरसात के दिनों में यह कालोनियां पानी से लबालब रहती हैं। सड़कों पर चलने तक के लिए लोगों को जगह नहीं मिल पाती है। यदि कालोनी बनाते समय ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान दिया जाता, तो शायद जलभराव जैसी कोई समस्या किसी कालोनी में न होती। अभी कई ऐसी कालोनियां हैं, जिनमें अभी कई प्लाट खाली हैं, फिलहाल घरों से निकलने वाला पानी इधर-उधर प्लाट में जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में जब कालोनी में सब मकान बन जाएंगे। उस समय घरों का पानी सड़कों पर नजर आएगा।
इन कालोनियों में नहीं है जलनिकासी
कृष्णानगर, सरस्वती विहार, गणपति विहार, शिवपुरम, ग्रीनपार्क कालोनी, डिफेंस कालोनी, प्रदीप विहार, आकाश दीप, प्रीत विहार, मयूर विहार, सैनी पूरम, साउथ सिविल लाइंस और शक्ति विहार।
नई कालोनी बनाते समय सबसे पहले पानी निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए। तभी उस कालोनी का नक्शा पास होना चाहिए। भोलेभाले लोग पानी निकासी पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और प्लॉट खरीदकर उस पर मकान बना लेते हैं। इसके बाद वह हमेशा जलभराव की समस्या से परेशान रहते हैं।
मेनपाल, शिवपुरम
कालोनी में बिजली, पेयजल, सीवर और पानी निकासी की पूरी व्यवस्था होने के बाद ही उसमें प्लॉट बिकने चाहिए। यदि यह सब शुरू में ही हो जाए तो लोगों को इसका काफी फायदा मिलेगा।
पंकज सैनी, मयूर विहार
कालोनी में आरसीसी की सड़क और विद्युत पोल को लगाकर लोगों को कालोनी बनी हुई दिखाई जाती है। लोग भी बस इसे देखकर प्लाट खरीद लेते हैं और मकान बना लेते हैं। लेकिन जब मकान बन जाते हैं तब सीवर, ड्रेनेज प्लान और पेयजल आदि की समस्या सामने आती है।
भावना सक्सेना, डिफेंस कालोनी
पानी निकासी कालोनियों में बड़ी समस्या बनता जा रहा है। घरों का पानी खाली प्लाट में जमा हो रहा है। जब यह इन प्लाट में भी मकान बन जाएंगे, तब यह पानी सड़कों पर दिखाई देगा। जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
खुशेंद्र, शिवपुरम