मारूति के सहयोग से अब बदलेगी आइटीआइ की सूरत
अनूप कुमार, हरिद्वार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) को डिप्लोमा कालेजों के
अनूप कुमार, हरिद्वार
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) जगजीतपुर के कायाकल्प करने की कवायद शुरू हो गई है। औद्योगिक क्षेत्रों की जरूरत के मुताबिक ट्रेंड वर्कर तैयार करने की नीयत से इसे मॉडल आइटीआइ बनाने की योजना चार वर्ष पहले बनी थी। अक्टूबर 2016 में विश्व बैंक की टीम ने अपने निरीक्षण में आइटीआइ के उच्चीकरण की सभी संभावनाएं मौजूद होने की बात कही थी, बावजूद इसके बावजूद योजना पर अमल नहीं हो पा रहा था।
अब नए सिरे से इस कवायद को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। मारूति सुजुकी इंडिया ने इसके लिए एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैं¨डग) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। वर्ष 2014 में हरिद्वार आइटीआइ को मॉडल आइटीआइ बनाने की सोच पैदा हुई। विश्व बैंक की टीम ने भी पाया था कि राज्य के 174 आइटीआइ में से केवल हरिद्वार की जगजीतपुर आइटीआइ ही ऐसी हैं, जिसमें राज्य की औद्योगिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने की सभी संभावनाएं मौजूद हैं।
अब तेजी से केंद्र सरकार की पहल पर मारूति-सुजुकी इंडिया की सहायता से हरिद्वार आइटीआइ का उच्चीकरण कर उसे मॉडल आइटीआइ में विकसित करने की शुरूआत कर दी गई है। पहली कड़ी में नए ट्रेड के लिए भवन निर्माण को 79 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं, जिसमें से 40 लाख रुपये की पहली किश्त आइटीआइ प्रबंधन को मिल चुकी है और उससे निर्माण भी आरंभ हो गया है। कुल योजना करीब साढ़े सात करोड़ की है। आइटीआइ के उच्चीकरण के लिए केंद्र सरकार की पहल पर मारूति सुजुकी इंडिया ने एमओयू पर साइन कर दिया है। राज्य सरकार की अभिलेखीय औपचारिकताएं होने के बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। मनमोहन कुड़ीयाल, प्रधानाचार्य, आइटीआइ जगजीतपुर, हरिद्वार