संस्कृत भाषा के संवर्धन और अनुसंधान की है जरूरत
राज्यपाल डा. केके पाल ने कहा कि संस्कृत भाषा हामारी सबसे प्राचीन भाषा है। इसके संवर्धन और अनुसंधान की जरूरत है।
बहादराबाद, [जेएनएन]: राज्यपाल डा. केके पाल ने कहा कि संस्कृत भाषा के संवर्धन और अनुसंधान की जरूरत है। वह उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के 48वें अखिल भारतीय विद्या सम्मलेन में बोल रहे थे।
आज हरिद्वार स्थित उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय 48वें अखिल भारतीय विद्या सम्मलेन का आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल डा. केके पाल ने कहा संस्कृत भाषा हामारी सबसे प्राचीन भाषा है।
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इस भाषा से ही कई विषयों की भी पहचान है। चाहे वह भूगोल, विज्ञान या फिर खगोलशास्त्र हो। उन्होंने कहा कि इस भाषा के संवर्धन और अनुसंधान की जरूरत है। सम्मेलन में आचार्य बाल कृष्ण, कुलपति डा. पीयूषकांत सहित देश से आए शोधकर्ताओं शामिल रहे।
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