शहीदों को श्रद्धांजलि, पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग
बुधवार को विभिन्न संगठनों और शिक्षण संस्थानों की ओर से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही शहरवासियों ने पाकिस्तान के प्रति आक्रोश जताते हुए सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जागरण संवाददाता, रुड़की: बुधवार को विभिन्न संगठनों और शिक्षण संस्थानों की ओर से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही शहरवासियों ने पाकिस्तान के प्रति आक्रोश जताते हुए सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
संस्कार पब्लिक स्कूल के स्टाफ और छात्रों ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए रैली निकाली। रैली राजेंद्र नगर चौक, कृष्णा नगर, पनियाला रोड, आजाद नगर चौक, जेल रोड, रामनगर, प्रेम नगर होते हुए विद्यालय में आकर संपन्न हुई। रैली के दौरान छात्रों ने आतंकवाद विरोधी नारे लगाए। विद्यालय में वीर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस मौके पर प्रधानाचार्य इंदु ध्यानी, ज्योति ध्यानी, प्रकाश चंद ध्यानी, सुनील ध्यानी आदि उपस्थित रहे। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा की नंद विहार में आयोजित बैठक में पुलवामा में हुई आतंकवादी घटना की घोर ¨नदा की गई। अंत में मौन रखकर शहीदों की आत्मा की शांति और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की गई। इस दौरान प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मानपाल ¨सह राठी, जिला मंत्री हरपाल ¨सह सैनी, विधिराम, सत्येंद्र कुमार सैनी आदि उपस्थित रहे। इसी प्रकार से अल-फलाह एकेडमी बिझौली के प्रधानाचार्य कारी तन्जीम, शिक्षकों और छात्रों ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले की कड़ी ¨नदा की। साथ ही रैली निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान अख्तर, मुकर्रम, इसरार, दिलशाद, हामिद मलिक कारी, उबैद, कारी अली, कारी दानिश, शहाबुद्दीन आदि शामिल रहे। वहीं धारा 370 को समाप्त करने की मांग को लेकर विकास चौधरी का सिविल लाइंस स्थित शहीद चंद्रशेखर चौक पर धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। धरने पर पहुंचे पूर्व सैनिक नारायण दत्त पंत ने कहा कि यदि सरकार उन्हें दोबारा लड़ने का मौका देती है तो वह बॉर्डर पर जाकर लड़ेंगे। इस दौरान मनोज कुमार शर्मा, दीपक लाखवान, हैदर जैदी, मनोज धीमान, चिराग धीमान, संदीप राणा आदि मौजूद रहे। झबरेड़ा स्थित किड्जी चिल्ड्रन एकेडमी और सेवंथ डे एडवांटेज विद्यालय की ओर से सामूहिक कैंडल मार्च निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान आलोक द्विवेदी, श्याम पारुल राठी, एलपी ध्यानी, अंजना ध्यानी आदि मौजूद रहे।