पुलिस को दिखाया आईना, एकल परिवारों को मिला सबक
भेल के रिटायर्ड डीजीएम व उनकी पत्नी की हत्या ने न सिर्फ पुलिस को आईना दिखाया है बल्कि यह घटना एकाकी जीवन बिताने वाले परिवारों के लिए भी सबक है।
मेहताब आलम, हरिद्वार
भेल के रिटायर्ड डीजीएम व उनकी पत्नी की हत्या ने, न सिर्फ पुलिस को आईना दिखाया है, बल्कि यह घटना एकाकी जीवन बिताने वाले परिवारों के लिए भी सबक है। पुलिस और पड़ोसियों की निष्क्रियता का फायदा उठाकर अपराधियों ने बेहद सफाई और तसल्ली के साथ वारदात को अंजाम दिया।
नाबालिग से दरिदगी, दुष्कर्म, बुजुर्गों व महिलाओं की हत्या जैसी जघन्य घटनाएं सामने आने पर पुलिस कुछ दिन अलर्ट रहती है। खुद सक्रिय रहने के साथ-साथ दूसरों को भी जागरुक किया जाता है। लेकिन, जिले में एसएसपी से लेकर थाना-कोतवाली प्रभारियों की अदला-बदली होने से तमाम नियम व गाइडलाइन कुछ महीनों बाद ही पुराने रजिस्टर और फाइलों का हिस्सा बन जाते हैं। शहर की पहली पॉश कॉलोनी शिवालिकनगर की जीवन शैली अपराधियों के लिए हमेशा से मददगार रही है। यहां ज्यादातर बुजुर्ग अकेले रहते हैं और उनके बच्चे पढ़ लिखकर दूसरे शहर या विदेश जाकर बस गए हैं। आस-पड़ोस के परिवारों का एक-दूसरे से मतलब भर का वास्ता होना अपराधियों को खुला न्योता साबित होता है। पड़ोस में किराए के मकान में रह चुका सतेंद्र कॉलोनी के इस मिजाज से अच्छी तरह वाकिफ था। इसलिए जेवर-नकदी का पता पूछने के लिए बदमाशों ने बुजुर्ग को टॉर्चर किया। उन्हें मालूम था कि कॉलोनी के लोग अधिकांश समय अपने घरों के खिड़की व दरवाजें बंद कर रखते हैं। यही वजह है कि किसी ने भी चीखते और मदद के लिए पुकारते बुजुर्ग दंपती की आवाज तक नहीं सुनी। पुलिस के लिए शर्मनाक बात यह है कि मुजफ्फरनगर में दो हत्या व लूट को अंजाम दे चुका एक अपराधी महीनों तक किराएदार बनकर पॉश कॉलोनी में रहता रहा। वहीं आधी रात को डबल मर्डर करने के बाद दो बदमाश बाइक से बॉर्डर पार कर उत्तर प्रदेश पहुंच गए। किसी भी चौराहे, नाके या चेकपोस्ट पर पुलिस को संदिग्ध नजर नहीं आए। रात्रि गश्त, चेकिग के अलावा पुलिस के सत्यापन अभियान को भी इस घटना ने कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
---------------------
दोषियों को फांसी दिलाने के लिए लड़ेंगे कानूनी लड़ाई
हरिद्वार: पीड़ित परिवार के सदस्यों का कहना था कि सतेंद्र और विपिन ने एक निहत्थे व बुजुर्ग दंपती का कत्ल किया है, इसलिए हत्यारों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। रिटायर्ड डीजीएम की पुत्रवधु का कहना था कि फांसी दिलाने के लिए परिवार कानूनी लड़ाई लड़ेगा। ताकि फिर से जमानत पर छूटने के बाद वह किसी और के सिर से माता-पिता का साया न छीन सके। रानीपुर के बाद अब मिशन कनखल
हरिद्वार: रानीपुर के दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करने के बाद अब पुलिस कनखल में शराब कारोबारी के मैनेजर से 22 लाख की लूट के मामले को सुलझाएगी। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि जल्द ही कनखल की घटनाओं का पर्दाफाश भी किया जाएगा।