रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है औषधीय खीर
जागरण संवाददाता रुड़की विश्व आयुर्वेद परिषद की ओर से मंगलवार को नगर निगम सभागार में सांस दमा पुराना नजला खांसी समेत अन्य रोगों की औषधीय खीर का निश्शुल्क वितरण किया गया।
जागरण संवाददाता, रुड़की: विश्व आयुर्वेद परिषद की ओर से मंगलवार को नगर निगम सभागार में सांस, दमा, पुराना नजला, खांसी समेत अन्य रोगों की औषधीय खीर का निश्शुल्क वितरण किया गया। इसमें काफी संख्या में लोगों ने औषधीय खीर का सेवन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान धनवंतरी की पूजा-अर्चना के साथ किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि पशु-पक्षियों की अपेक्षा मनुष्य ज्यादा बीमार होते हैं। क्योंकि हम दिनचर्या और खान-पान का ध्यान नहीं रखते हैं। कहा कि विश्व आयुर्वेद परिषद की ओर से आयोजित औषधीय खीर वितरण शिविर का लोगों को लाभ अवश्य मिलेगा। औषधी खीर के निर्माता एवं विश्व आयुर्वेद परिषद के प्रदेश सचिव वैद्य टेक वल्लभ ने बताया कि यह खीर गाय का दूध, साठी के चावल और दुर्लभ जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है। रात्रि को चंद्रमा की किरणों में रखकर प्रात:काल इसका सेवन किया जाता है। यह औषधीय खीर रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करती है, सर्दी से होने वाले प्रभाव से बचाती है और सांस, दमा, पुराना नजला, खांसी, हृदय रोग आदि में लाभ पहुंचाती है। बताया कि अगला शिविर 12 दिसंबर को आयोजित होगा। इस अवसर पर आरएसएस के जिला संघचालक प्रवीण, राकेश गिरी, नरेंद्र शर्मा, डॉ. गोपाल राजू, प्रमोद गोयल आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरएसएस के विभाग संचालक रामेश्वर ने की। इस अवसर पर डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. शशि मोहन गुप्ता, डॉ. विनोद गुप्ता, डॉ. सुधीर गुप्ता, डॉ. देवेंद्र सिंह, सुरेंद्र रोड, संदीप भाटी, जयवीर सिंह, नवीन अरोड़ा, अर्चना, अनूप, वसीम अहमद आदि उपस्थित रहे।