नियम कायदों को ताक पर रख चल रहीं मांस की दुकानें
संवाद सूत्र, लक्सर : नगर में तमाम नियम कायदों को ताक पर रखकर मांस की दुकानों का संचालन कि
संवाद सूत्र, लक्सर : नगर में तमाम नियम कायदों को ताक पर रखकर मांस की दुकानों का संचालन किया जा रहा है। अधिकांश दुकानदारों के पास मांस की बिक्री के लिए लाइसेंस तक नहीं है। वहीं पक्षी और पशुओं की स्ला¨टग के लिए भी यहां नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। प्रशासन भी इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है।
नगर में दो दर्जन से अधिक मांस की दुकानें चल रही हैं। देहात क्षेत्र में इनकी संख्या सौ से भी अधिक है, लेकिन इनमें से अधिकांश दुकानों पर नियम कानूनों की अनदेखी की जा रही है। बतातें चलें कि मांस की दुकान के संचालन बिक्री तथा स्ला¨टग के लिए नियमानुसार विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। इसके अलावा किसी जीव अथवा पशु की स्ला¨टग के लिए भी पशु के स्वस्थ होने तथा सड़े गले मांस की बिक्री रोकने के लिए नियम बनाए गए हैं, लेकिन नगर में चल रही मांस की दुकानों पर इन नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही है। अधिकांश मांस की दुकानें बिना लाइसेंस के चल रही है। वहीं इन दुकानों पर साफ सफाई से लेकर जिन जानवरों की स्ला¨टग कर मांस की बिक्री की जाती है उनके स्वास्थय मानकों की भी अनदेखी की जाती है। बीमार पशु अथवा पक्षी का मांस खाने से व्यक्ति को कई प्रकार के रोग होने का खतरा बना रहता है। मांस के पुराने होने पर उसमें कई प्रकार के वैक्टिरिया पैदा होने लगते है। पुराने मांस का सेवना स्वास्थय के लिए हानिकारक है। लेकिन बावजूद इसके नगर से लेकर देहात तक मांस की दुकानों पर इस ओर ध्यान नही नही दिया जा रहा है। वहीं आंखों के सामने होने के बावजूद प्रशासन भी इस ओर से कोई कार्रवाई नही करता है। वहीं इस बाबत उपजिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र का कहना है कि बिना लाइसेंस के चल रही मांस की दुकानों को बंद कराया जाएगा। मांस की बिक्री करने वाले दुकानदारों को नियमों का पालन करने के निर्देश दिये जाएंगे।