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मयंक और नंदनी बनना चाहते हैं डॉक्टर

सीबीएसई बोर्ड के 12वीं के परीक्षा परिणाम में इस बार भी ग्रीनवे सीनियर सेकेंडरी स्कूल का प्रदर्शन बेहतर रहा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 07:15 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 06:14 AM (IST)
मयंक और नंदनी बनना चाहते हैं डॉक्टर
मयंक और नंदनी बनना चाहते हैं डॉक्टर

संवाद सहयोगी, रुड़की: सीबीएसई बोर्ड के 12वीं के परीक्षा परिणाम में इस बार भी ग्रीनवे सीनियर सेकेंडरी स्कूल का प्रदर्शन बेहतर रहा। स्कूल का रिजल्ट शत-फीसद रहने के साथ ही 15 छात्र-छात्राओं के अंक 90 फीसद से अधिक रहे। वहीं 98 फीसद अंक हासिल कर स्कूल के टॉपर बने मयंक सुहाग और नंदनी मित्तल डॉक्टर बनना चाहते हैं। साउथ सिविल लाइंस निवासी मयंक सुहाग का सपना है कि वह डॉक्टर बनें। इसके लिए वह पूरी लगन के साथ जुटे हैं। उनकी इच्छा है कि वह किसी ऐसे इलाके में प्रैक्टिस करें जहां लोगों को सबसे ज्यादा डॉक्टर की जरूरत हो। मयंक के पास गणित और बायोलॉजी दोनों विषय रहे थे। गणित में उसके शत-फीसद अंक हैं। मयंक ने बताया कि भौतिक विज्ञान के कारण उन्होंने गणित विषय भी लिया था ताकि भौतिक विज्ञान में अच्छा प्रदर्शन कर सके। बताया कि वह मोबाइल का इस्तेमाल केवल पढ़ाई से संबंधित जानकारी जुटाने के लिए करते हैं। मयंक का कहना है कि एकाग्रता से पढ़ाई की जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। सभी विषयों को समय देना जरूरी है। मयंक का कहना है कि एनसीईआरटी की किताबों से अच्छी तैयारी होती है। मयंक के पिता जलजीत सिंह, मां सीमा और बहन हर्षा के अलावा दादा कैप्टन उम्मेद सिंह और दादी फूल कौर साथ ही रहते हैं। मयंक के पिता जलजीत सिंह बिजनेसमैन हैं। स्कूल की प्रधानाचार्य माला चौहान एवं प्रबंधक अशोक चौहान ने मयंक को बधाई दी है।

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मां का सपना पूरा करेगी नंदनी

रुड़की: मथुरा विहार कॉलोनी निवासी नंदनी मित्तल डॉक्टर बनकर अपनी मां सरिता मित्तल का सपना पूरा करना चाहती हैं। नंदनी ने बताया कि उसके सामने सिर्फ एक ही लक्ष्य है और वह है डॉक्टर बनना।

नंदनी ने बताया कि सभी विषयों पर ध्यान देना जरूरी है। किसी विषय को कम नहीं समझना चाहिए। बताया कि वह सोशल मीडिया से दूर रहती हैं। उनका फेसबुक आदि का कोई अकाउंट नहीं है। नंदनी ने बताया कि उन्होंने कभी समय देखकर पढ़ाई नहीं की। वह लक्ष्य को लेकर पढ़ाई करती हैं। इसमें दिनरात की उसने कोई परवाह नहीं है। बताया कि उनके केमिस्ट्री, बायो और इंग्लिश में शत-फीसद अंक आए हैं। नंदनी ने बताया कि उनकी मां शिक्षिका हैं, लेकिन वे डॉक्टर बनना चाहती थी। इसी कारण वह डॉक्टर बनकर अपनी मां का सपना पूरा करेंगी।


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