मातृसदन ने अब गंगा एक्ट पर उठाए सवाल
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: केंद्र सरकार की ओर से लाए जाने वाले गंगा एक्ट पर मातृसदन ने सवाल उ
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: केंद्र सरकार की ओर से लाए जाने वाले गंगा एक्ट पर मातृसदन ने सवाल उठाए हैं। मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि सानंद के प्रस्तावित एक्ट के अनुसार गंगा एक्ट न लाकर उनकी भावनाओं का ठेस पहुंचाई जा रही है। मातृसदन केंद्र के गंगा एक्ट को कभी भी स्वीकार नहीं करेगा।
सोमवार को पत्रकार वार्ता में मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि गंगा रक्षा को बलिदान हुए पूर्व प्रोफेसर ज्ञानस्वरूप सानंद ने अपने सहयोगियों संग गंगा एक्ट को लेकर एक ड्राफ्ट तैयार किया था, जिसे मनवाने के लिए उन्होंने अपने प्राण भी दे दिए, लेकिन अब सरकार जो एक्ट लाने जा रही है उसे सानंद ने पहले ही रिजेक्ट कर दिया था। वहीं, गंगा नदी विकास मंत्री नितिन गडकरी शीत सत्र में जो गंगा एक्ट लाने जा रहे हैं, उसमें उनकी ओर से सानंद की 80 प्रतिशत मांगों को रखे जाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन नितिन गडकरी पूरी तरह झूठ बोले रहे हैं। सरकारी गंगा एक्ट में सानंद की कोई मांग नहीं रखी जा रही है, इसलिए वह इस एक्ट को कतई स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने मांग उठाई कि सानंद की ओर से तैयार किए गए ड्राफ्ट को ही गंगा एक्ट बनाया जाए। सानंद की मांगों को पूरा करने के लिए तप कर रहे मातृसदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने अपने तप के 27वें दिन कहा कि उन्होंने मेडिकल परीक्षण के लिए आने वाली टीम से 15 प्रश्न पूछे थे, लेकिन आज तक एक भी प्रश्न का जवाब नहीं दिया गया है।