मां कालरात्रि के स्मरण से होते हैं भक्तों के कष्ट दूर
नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की आराधना की गई। शहर के साकेत स्थित प्रसिद्ध दुर्गा चौक मंदिर में मंगलवार को विधि-विधान एवं मंत्रोचारण के साथ मां का स्नान सोलह श्रृंगार और पूजन किया गया।
रुड़की: नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की आराधना की गई। शहर के साकेत स्थित प्रसिद्ध दुर्गा चौक मंदिर में मंगलवार को विधि-विधान एवं मंत्रोच्चारण के साथ मां का स्नान, सोलह श्रृंगार और पूजन किया गया। दुर्गा चौक मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित जगदीश प्रसाद पैन्यूली ने बताया कि मां कालरात्रि के स्मरण मात्र से ही भक्तों के भय और उनके मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं। मां कालरात्रि भक्तों को सदैव शुभ देने वाली हैं। इसलिए इनका नाम शुभंकरी भी है। वहीं शहर और आसपास के क्षेत्रों के अन्य मंदिरों के अलावा घरों में भी श्रद्धालुओं ने मां कालरात्रि की विशेष आराधना की। (जासं)