राजस्थान के धौलपुर के डीएम की चिट्ठी हरिद्वार में बनी चर्चा का विषय, जानें ऐसा क्या लिखा था
धौलपुर के डीएम की चिट्ठी चर्चा का विषय बनी है। इस चिट्ठी में डीएम ने हरिद्वार के डीएम को धौलपुर में कानून व्यवस्था प्रभावित होने का हवाला देते हुए क्वारंटाइन शख्स छोड़ने को कहा।
रुड़की(हरिद्वार), जेएनएन। राजस्थान के धौलपुर जिले के डीएम की चिट्ठी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस चिट्ठी में डीएम ने हरिद्वार के डीएम को धौलपुर जिले में कानून व्यवस्था प्रभावित होने का हवाला देते हुए क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति को छोड़ने को कहा था। दो दिन पहले उस व्यक्ति को छोड़ दिया गया है, हालांकि अब उसे धौलपुर में होम क्वारंटाइन किया गया है।
12 मई को नारसन बार्डर पर स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस की टीम ने एक व्यक्ति को रोक लिया। उसकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई तो उसका तापमान बढ़ा हुआ था। यह व्यक्ति अनुमति लेकर धौलपुर से देहरादून के सहस्त्रधारा रोड पर किसी को लेने जा रहा था। इस व्यक्ति को रुड़की के एनआइएच गेस्ट हाउस में संस्थागत क्वारंटाइन किया गया था। इसी बीच, जिलाधिकारी धौलपुर की ओर से पत्र हरिद्वार जिले के डीएम को भेजा गया, जिसमें कहा गया कि इस व्यक्ति को अनुमति थी।
उसका तापमान उस समय बढ़ा हुआ था, लेकिन बाद में सामान्य था। उसके परिजनों ने धौलपुर में धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। इससे यहां पर कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। अत: क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति को छोड़ा जाए। डीएम कार्यालय से यह पत्र मंगलवार को एसपी देहात कार्यालय में पहुंचा। एसपी देहात कार्यालय से इस पत्र को वापस डीएम को भेज दिया गया। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि इस मामले में प्रशासन के स्तर से ही कार्रवाई होनी है।
वहीं, दो दिन पहले ही उस शख्स की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे छोड़ दिया गया है, हालांकि अब उसे धौलपुर में होम क्वारंटाइन किया गया है। धौलपुर के डीएम का यह पत्र जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर, डीएम सी. रविशंकर का कहना है कि संबंधित और इसी तरह के पांच अन्य मामलों में मैंने साफ आदेश दिए थे कि सैंपलिंग के बाद जब तक रिपोर्ट नेगेटिव और आए, किसी को न छोड़ा जाए। इस मामले में उनके आदेश का पालन हुआ या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई होगी।