हरिद्वार में डेढ़ करोड़ से ज्यादा कांवड़ियों ने लगार्इ आस्था की डुबकी
हरिद्वार में कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। धर्मनगरी में अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु गंगाजल भरकर अपने-अपने गंतव्यों को लौट चुके हैं।
हरिद्वार, [जेएनए]: हरिद्वार में कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। चारों ओर कांवड़ियों का सैलाब उमड़ा हुआ है। बम-बम बोल से गूंज रही धर्मनगरी में अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु गंगाजल भरकर अपने-अपने गंतव्यों को लौट चुके हैं।
हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि अकेले मंगलवार को करीब 40 लाख कांवड़िए पहुंचे हैं। यात्रा शुरू होने के साथ ही हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद खासी बढ़ गई है। यात्रा को नौ दिन पूरे हो चुके हैं और अब यह अंतिम दौर की ओर है। 21 जुलाई को मेला संपन्न हो जाएगा।
कांवड़ पटरी, राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर हरिद्वार के हर कोने में कांवड़ियों का सैलाब देखने को मिल रहा है। आलम यह है हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
वहीं रुड़की के हालात भी हरिद्वार से अलग नहीं हैं। श्रद्धा से डग भरते लोग हरिद्वार की ओर बढ़ रहे हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जो बिना किसी मन्नत के यात्रा पर आए हैं। बच्चे, बूढ़े, जवान हों या महिलाएं आस्था के पथ पर कोई पीछे नहीं है।
मेरठ से आए 65 साल के राजेंद्र सिंह 20 साल से नियमित तौर पर कांवड़ यात्रा कर रहे हैं। वह कहते हैं कि उन्हें कभी किसी कामना के लिए नहीं, बस श्रद्धा से यात्रा करना अच्छा लगता है।
मेरठ की 23 साल की रश्मि सात साल की उम्र से यह यात्रा कर रही है। वह कहती हैं कि मन्नत जैसी कोई बात नहीं है, यह उनकी शिव और गंगा के प्रति आस्था है। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि विवाह के बाद भी यह यात्रा जारी रहे।
कांवड़ियों के सैलाब में रंगी धर्मनगरी हरिद्वार, देखें तस्वीरें
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