ज्वालापुर अंडरपास बना पेशवाई की राह में बाधा
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र कुंभ मेला जल्द शुरू होने वाला है। अखाड़े अपनी-अपनी छावनियों में धर्मध्वजा स्थापित कर पूरी शान-ओ-शौकत के साथ पेशवाई निकालेंगे।
मनीष कुमार, हरिद्वार
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र कुंभ मेला जल्द शुरू होने वाला है। अखाड़े अपनी-अपनी छावनियों में धर्मध्वजा स्थापित कर पूरी शान-ओ-शौकत के साथ पेशवाई निकालेंगे। ज्वालापुर रेलवे फाटक पर अंडरपास जूना, अग्नि और आह्वान अखाड़े की राह में बाधक है। कुंभ मेला प्रशासन रेल चौकी स्थित श्रीराम चौक से दुर्गा चौक होते हुए ऊंचे पुल से पेशवाई निकालने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है। इधर, हाईवे पर फ्लाईओवर बनने से कुछ अखाड़ों ने पेशवाई मार्गों में बदलाव किया है। इनमें निर्मल, नया उदासीन, निरंजनी और आनंद अखाड़ा शामिल है।
कुंभ मेले में जूना, अग्नि और आह्वान अखाड़े की पेशवाई एक साथ निकलती है। दशकों से इनकी पेशवाई पांडेवाला स्थित रघुनाथ मंदिर से शुरू होती है, जो पांवधोई, चौक बाजार ज्वालापुर, रेल चौकी, रेलवे फाटक, आर्यनगर, चंद्राचार्य चौक, रानीपुर मोड़, रेलवे स्टेशन होते अखाड़े तक पहुंचती थी। ज्वालापुर रेलवे फाटक पर लगने वाले जाम की समस्या से स्थानीय निवासियों को राहत देने के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से हाल में ज्वालापुर फाटक पर अंडरपास का निर्माण कराया गया है। ऐसे में इन अखाड़ों के परंपरागत मार्ग में बदलाव संभव है। कुंभ मेला प्रशासन रेल चौकी स्थित श्रीराम चौक से दुर्गा चौक होते हुए ऊंचे पुल से आर्य नगर चौक की ओर पेशवाई निकालने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है। इधर हाईवे पर फ्लाईओवर बनने से निर्मल, नया उदासीन, निरंजनी और आनंद अखाड़ा नए मार्गों से अपनी छावनियों में प्रवेश करेंगे। उल्लेखनीय है कि निर्मल अखाड़े की पेशवाई पहले जटवाड़ा पुल के पास से निकलती थी, जो इस बार एक्कड़ कलां गांव से निकाली जाएगी। नया उदासीन अखाड़े की शाही पेशवाई ज्वालापुर से निकलने के बजाय इस बार बिशनपुर कुंडी से निकलकर अपनी छावनी में प्रवेश करेगी। इसी तरह निरंजनी और आनंद अखाड़े की पेशवाई कनखल दादूबाग की जगह एसएमजेएन पीजी कॉलेज से निकलकर चंद्राचार्य चौक, शंकर आश्रम, अवधूत मंडल, सिंहद्वार, देशरक्षक, थाना कनखल होते चौक बाजार, पहाड़ी बाजार, शंकराचार्य चौक, डामकोठी होते अखाड़े तक पहुंचेगी।
----------- ज्वालापुर में अंडरपास बनने से जूना, अग्नि और आह्वान अखाड़े की परंपरागत पेशवाई मार्ग में आ रही दिक्कतों को देखते रेल चौकी से दुर्गा चौक होते ऊंचे पुल से पेशवाई निकालने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श चल रहा है। चार अखाड़ों की पेशवाई इस बार नए रास्तों से निकलेगी। हालांकि शंकराचार्य चौक के पास फ्लाईओवर से कोई व्यवधान नहीं पहुंचेगा।
हरबीर सिंह, अपर मेलाधिकारी, कुंभ मेला