कुलसचिव के खिलाफ पुलिस ने शुरू की जांच
संवाद सूत्र, लंढौरा: लंढौरा स्थित हिमगिरि महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव की
संवाद सूत्र, लंढौरा: लंढौरा स्थित हिमगिरि महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव की ओर से नकल पकड़े जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में महाविद्यालय की ओर से कुलसचिव पर अभद्रता करने, रिश्वत मांगने और अनुसूचित जाति के स्टॉफ से अभद्रता का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से जुड़े कालेजों में इन दिनों स्नातक की परीक्षाएं संचालित हो रही हैं। आठ जनवरी को विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. दीपक भट्ट ने लंढौरा के हिमगिरि महाविद्यालय में नकल पकड़ी थी। इसके बाद परीक्षा केंद्र को बदलकर चमनलाल डिग्री कॉलेज कर दिया था। अब इस मामले में महाविद्यालय के प्रबंधक कुलदीप कौशिक ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि आठ जनवरी को कुलसचिव ने छात्राओं की तलाशी ली। उनको कोई नकल सामग्री नहीं मिली। कक्ष में ड्यूटी दे रही दो महिला शिक्षक और एक सफाई कर्मचारी के साथ भी अभद्रता की गई। जबरन उनके शॉल उतरवा दे दिए। कक्षा कक्ष के बाहर रखी पठन सामग्री को परीक्षा कक्ष के अंदर रख दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुलसचिव ने इस मामले में मोटी रकम मांगी और न देने पर सेंटर को ब्लैक लिस्ट करने की धमकी दी। उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनके सेंटर को बदनाम करने के लिए उन्होंने सामूहिक नकल की बात की। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि मामला आठ जनवरी का है। 14 जनवरी को एक तहरीर मिली है। लंढौरा चौकी इंचार्ज को इस बारे में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं, दूसरी ओर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. दीपक भट्ट ने आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि जब उन्होंने टीम के साथ छापा मारा तो वहां पर नकल हो रही थी। सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाए गए थे।