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शोधार्थी बोली, दो दिन पहले उस पर जानलेवा हमला हुआ

जागरण संवाददाता, रुड़की: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की के दो प्रोफेसरों पर

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 03:00 AM (IST)
शोधार्थी बोली, दो दिन पहले उस पर जानलेवा हमला हुआ
शोधार्थी बोली, दो दिन पहले उस पर जानलेवा हमला हुआ

जागरण संवाददाता, रुड़की: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की के दो प्रोफेसरों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली शोधार्थी ने एक और शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया कि दो रोज पहले आइआइटी परिसर में उस पर हमला किया गया। किसी तरह वह बच गई। शोधार्थी ने घटनास्थल की फुटेज गायब कराने का भी आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक रुड़की चंदन सिंह बिष्ट ने शोधार्थी के बयान दर्ज किए।

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रविवार सुबह आइआइटी की यह शोधार्थी परिजनों के साथ कोतवाली सिविल लाइंस पहुंची। उसके साथ माता पिता के अलावा उसकी डॉक्टर बहन और भाई भी था। पीड़िता ने पुलिस को तहरीर दी। जिसमें उसने बताया कि वर्ष 2015 में वह शोध करने आई थी। उस दौरान एक प्रोफेसर ने उसका यौन उत्पीड़न किया। प्रोफेसर ने उसे जातिसूचक शब्द कहते हुए कई बार अन्य प्रोफेसर के सामने अभद्र व्यवहार किया। शोधार्थी ने एक अन्य प्रोफेसर पर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए।

शोधार्थी ने बताया कि 14 दिसंबर को कैंपस में आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट के पास दो बाइक सवार युवकों ने उस पर जानलेवा हमला किया। तभी, एक माली के आने पर हमलावर फरार हो गए। शोधार्थी के पिता ने पुलिस से बेटी की सुरक्षा देने और मुकदमा दर्ज कर आरोपित प्रोफेसरों की गिरफ्तारी की मांग की। सीओ ने परिजनों को आश्वस्त किया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

सामान लाने को सुरक्षा मांगी

शोधार्थी की मांग पर सिविल लाइंस कोतवाली इंस्पेक्टर अमरजीत ¨सह ने महिला सिपाही को शोधार्थी के साथ आइआइटी हास्टल में भेजा। इसके बाद वह वहां से अपने कमरे से सामान लेकर लौटी।


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