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अतिक्रमण हटाने गई टीम को वन गुर्जरों ने खदेड़ा

संवाद सूत्र, लालढांग: अतिक्रमण हटाने गई टीम को वन गुर्जरों ने वापस खदेड़ दिया। वन गुर्जरों

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 10:08 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 10:08 PM (IST)
अतिक्रमण हटाने गई टीम को वन गुर्जरों ने खदेड़ा
अतिक्रमण हटाने गई टीम को वन गुर्जरों ने खदेड़ा

संवाद सूत्र, लालढांग: अतिक्रमण हटाने गई टीम को वन गुर्जरों ने वापस खदेड़ दिया। वन गुर्जरों ने वन विभाग पर फर्जी नोटिस देकर उन्हें उजाड़ने का आरोप लगाया। वहीं, देर शाम तक भी वन विभाग में अधिकारी अतिक्रमण हटाने के लिए गहन मंत्रणा करते रहे।

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पिछले कुछ समय से जंगलों में रह रहे वन गुर्जरों को हटाने के आदेश के बाद गुर्जरों के सामने संकट खड़ा हो गया है। वन विभाग के कर्मचारी नोटिस देकर गुर्जरों को डेरा खाली कराने का समय दे रहे हैं। उसके बाद जेसीबी से डेरों को हटाया जा रहा है। मंगलवार को वन विभाग की टीम जीसीबी लोडर लेकर गाजीवाली गांव के समीप रहने वाले वन गुर्जरों के डेरों को हटाने के लिए पहुंची, जिसका गुर्जरों ने जमकर विरोध किया, लेकिन वन विभाग की सख्ती के चलते गुर्जरों का विरोध ठंडा पड़ गया।

वन विभाग ने बड़े लोडर से गुर्जरों की तीन डेरे हटा दिए, जिसके बाद गुर्जरों का आक्रोश ओर अधिक बढ़ गया। जैसे ही लोडर अन्य डेरे की ओर उसे हटाने पहुंचे तो गुर्जर हाथ में लाठी-डंडे लेकर लोडर के सामने खड़े हो गए। गुर्जरों की महिलाओं ने भी हाथ में डंडे लेकर लोडर को वापस भगाने का प्रयास किया। गुर्जरों के गुस्से को देखते हुए वन विभाग को अतिक्रमण की कार्रवाई को बीच में ही छोड़ वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। गुर्जरों का आरोप था कि वन विभाग ने उन्हें जो नोटिस दिया है, वह फर्जी है। उसमें न तो क्रमांक संख्या है और न ही कोई तारीख अंकित है। कहा कि वन अधिनियम के तहत जब तक वन गुर्जरों को कहीं अन्यत्र विस्थापित नहीं किया जाता, तब तक उन्हें नहीं उजाड़ा जा सकता है। आरोप लगाया कि वन कर्मियों ने उनके साथ मारपीट की। वहीं वन क्षेत्राधिकारी श्यामपुर देवेंद्र ¨सह पुंडीर ने बताया कि जिनका परमिट नहीं है, उनको हटाया गया है। अन्य लोगों को परमिट दिखाने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। उसके बाद फिर अतिक्रमण हटाया जाएगा।

वनकर्मियों पर पैसे लेने का आरोप

अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद गाजीवाली निवासी स्वतंत्रता सेनानी के आश्रित ने आरोप लगाया कि उनके पति विकलांग हैं। पिछले दिनों श्यामपुर रेंज के एक फारेस्ट गार्ड ने उनकी झोपड़ी लगाने के लिए 20 हजार रुपये लिए और रोजाना दूध और महीने के अंत में उनको मक्खन और घी तक देन पड़ता है और न देने पर उनको यहों से हटाने की धमकी दी जाती है। उन्होंने ऐसे कर्मचारी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। फोरेस्टर को चेताते हुए कहा कि अगर उसने फिर रुपयों की मांग की तो उसे यही बंधक बनाकर पिटाई की जाएगी। अतिक्रमण कार्रवाई देखने पहुंचे बुग्गी चालकों ने भी फॉरेस्ट गार्ड में हर माह पैसे लेने का आरोप लगाया।

आज करेंगे घेराव

अतिक्रमण की कार्रवाई के खिलाफ वन गुर्जर समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वह गुर्जरों के समक्ष पहुंचे कांग्रेसी नेता गुरजीत लहरी ने बताया कि वन विभाग हठधर्मिता दिखा रहा है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि बुधवार को वन क्षेत्राधिकारी श्यामपुर का घेराव करने के साथ ही रेंज कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी।


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